यूरिया खाद, रिफाइंड तेल की दिल्ली और हरियाणा के हिस्सों में होने वाली सप्लाई अटकी, चक्का जाम का दिखा असर
जागरण संवाददाता झज्जर ट्रक यूनियनों की हड़ताल के कारण हरियाणा और दिल्ली में रिफ
जागरण संवाददाता, झज्जर : ट्रक यूनियनों की हड़ताल के कारण हरियाणा और दिल्ली में रिफाइंड तेल सप्लाई नहीं हुआ। वहीं हरियाणा में सप्लाई होने वाली यूरिया खाद भी रेलवे स्टेशन पर ही रखी रही। हड़ताल अगर लंबी चलती है तो हजारों किसानों को मिलने वाली यूरिया खाद देरी से मिलती हुई दिख रही है। ट्रकों का चक्का जाम होने के कारण पहले दिन में करीब 40 लाख रुपये का कारोबार प्रभावित हुआ है। वहीं, ट्रक यूनियन ने मांगे पूरी न होने तक अनिश्चितकालीन हड़ताल करने की चेतावनी दी है। हड़ताल के चलते करीब 150 ट्रक चालकों ने समर्थन करते हुए कोई कार्य नहीं किया।
सोमवार को हड़ताल के चलते भाईचारा ट्रक ऑपरेटर वेलफेयर एसोसिएशन के बैनर तले सभी ट्रक चालक हड़ताल पर रहे। हड़ताल का नेतृत्व प्रधान मंगल गुलिया ने की।उन्होंने कहा कि जब तक उनकी मांगे पूरी नहीं हो जती तब तक हड़ताल जारी रहेगी। इस दौरान राजेश ठेकेदार, सतीश गुढा, विनीत छारा, कृष्ण छारा, धर्मबीर, वेदपाल, बिजेंद्र, मोनू, नवीन, अजय, धर्मेंद्र, देवेंद्र, विरेंद्र, बिजेंद्र, भोलू, संदीप, अशोक, प्रवीण, जसवीर, सुनील, सतपाल, जोगेंद्र, हंसराज, नफेसिंह, युद्धवीर, हरबीर आदि हड़ताल में शामिल हुए। सभी ने कहा कि मांगों को जल्द से जल्द पूरा किया जाए, ताकि ट्रक चालकों को राहत मिल सके। गुजरात के मुंद्रा पोर्ट से झज्जर पहुंचा रिफाइंड तेल
मालगाड़ी के माध्यम से सोमवार दोपहर को गुजरात के मुंद्रा पोर्ट से 1 हजार टन रिफाइंड तेल झज्जर पहुंचा। रिफाइंड हरियाणा के विभिन्न जिलों व दिल्ली में सप्लाई होना था। लेकिन सोमवार से ट्रक यूनियन हड़ताल पर होने के कारण इसका उठान नहीं हो पाया। सप्लाई बाधित होने के साथ-साथ मजदूरी भी बढ़ गई है। पहले रिफाइंड को ट्रेन से उतारा जाएगा और बाद में जब हड़ताल खत्म होगी तब ट्रकों में लादा जाएगा। इससे दो बार मजदूरी देनी पड़ेगी। यदि हड़ताल नहीं होती तो एक बार में ही मजदूर सीधे ट्रकों में माल भर देते। ट्रांसपोर्ट कंपनी से बलवंत ने बताया कि हड़ताल के कारण दिल्ली व हरियाणा की सप्लाई बाधित हुई है। हड़ताल खत्म होने के बाद सप्लाई हो पाएगी।
वहीं दूसरी ओर सोमवार दोपहर को यूरिया से भरी एक ट्रेन झज्जर रेलवे स्टेशन पर पहुंची। ट्रेन के करीब 29 डिब्बों में यूरिया भरकर आई है। जो हरियाणा के विभिन्न जिलों में सप्लाई होनी थी। ट्रकों का चक्का जाम होने के कारण यूरिया का उठान नहीं हो पाया। ऐसे में किसानों को यूरिया मिलने में परेशानी होगी। 40 लाख का कारोबार हुआ ठप
एसोसिएशन के प्रधान मंगल गुलिया ने बताया कि ट्रक यूनियन की हड़ताल के चलते किसी भी ट्रक ने सोमवार को कार्य नहीं किया। जिस कारण झज्जर जिले में बहादुरगढ़ को छोड़कर करीब 40 लाख रुपये का कारोबार प्रभावित हुआ है। दो मालगाड़ी रेलवे स्टेशन पर ट्रकों का इंतजार कर रही हैं। लगभग इनका किराया भी 30 लाख रुपये से अधिक पड़ता है। ये हैं मांगे
-1 सितंबर से लागू नए मोटर व्हीकल एक्ट को निरस्त किया जाए।
-थर्ड पार्टी इंश्योरेंस की बढ़ाई गई राशि वापस ली जाए।
-डीजल के दाम जीएसटी के दायरे में लाकर कम किए जाए।
-बार्डर व रास्ते में आरटीओ, ट्रैफिक पुलिस व स्थानीय पुलिस द्वारा जो परेशानी खड़ी की जा रही है, उसे खत्म किया जाए।
- प्रदेश के प्रत्येक जिले में ड्राइविग सेंटर खोला जाए।
-डीजल गाड़ियों की उम्र 10 से बढ़ाकर 15 वर्ष की जाए।
-टोल प्लाजा पर प्रदेश में सालाना टोकन निश्चित किया जाए। हाईवे पर प्रत्येक 200 किलोमीटर पर व बड़े शहरों में विश्राम गृह बनाए जाए।
-ओवरलोड पर सख्ती से तुरंत अंकुश लगाया जाए। सरकार ने जो भार बढ़ाया है उसके अनुसार ट्रकों की ऊंचाई बढ़ाकर 14 फिट की जाए आदि।