किसान कपास का रखें ध्यान, निराई-गुड़ाई पर करें फोकस
जिन किसानों ने कपास की बिजाई की हुई है वे अपने खेतों की निरंतर निगरानी रखें। जिससे कि कपास की फसल की स्थिति का भी पता लगता रहे।
जागरण संवाददाता,झज्जर : जिन किसानों ने कपास की बिजाई की हुई है, वे अपने खेतों की निरंतर निगरानी रखें। जिससे कि कपास की फसल की स्थिति का भी पता लगता रहे। अच्छी पैदावार के लिए फसल का ध्यान रखना जरूरी है। ताकि फसलों में किसी भी चीज की जरूरत हो, तो उसका समय से पता लग सके। साथ ही उस कमी की पूर्ति भी की जा सके। इसलिए विशेषज्ञ किसानों को समय-समय पर खेतों में जाकर निगरानी रखनें की सलाह दे रहे हैं। साथ ही किसान पशुओं की चपेट में आने से भी अपनी कपास की फसल को बचाकर रखें। अगर पशुओं की चपेट में आती है, तो फसल में नुकसान हो सकता है।
जिन्होंने कपास की अगेती बिजाई की हुई उनमें खरपतवार भी पैदा हो गई होगी। ऊपर से पिछले दिनों हुई बरसात के बाद खरपतवार पैदा होने की अधिक संभावना बढ़ी है। इसको देखते हुए कृषि विशेषज्ञों कृषि विशेषज्ञ किसानों को कपास की फसल में निराई-गुड़ाई करने की सलाह दे रहे हैं। जिन कपास की फसलों में खरपतवार पैदा हो गई है, किसान उन खेतों में निराई-गुड़ाई का कार्य शुरू कर दें। जिससे खरपतवार नष्ट हो जाएगी तो कपास में बढ़ोतरी अच्छी होगी। खरपतवार से पैदावार पर भी असर पड़ता है और गिरावट आ सकती है। वहीं किसान कपास की फसल में सिचाई का भी ध्यान रखें। हालांकि फिलहाल दो-तीन दिन तक मौसम परिवर्तनशील रहने की संभावना है। बरसात होती है तो सिचाई हो जाएगी। यदि बरसात ना हो तो समय रहते कपास में सिचाई जरूर करें। अधिक गर्मी बढ़ने पर सिचाई की भी अधिक आवश्यकता होती है।