किसान धान छोड़कर ले सकते हैं दोहरा लाभ, प्रोत्साहन राशि के साथ मिलेगा अनुदान
-1250 एकड़ में धान के स्थान पर बागवानी लगवाने का लक्ष्य
-1250 एकड़ में धान के स्थान पर बागवानी लगवाने का लक्ष्य फोटो : 12 जेएचआर 3 जागरण संवाददाता,झज्जर :
किसान धान की खेती छोड़कर दोहरा लाभ ले सकते हैं। एक तो सरकार द्वारा दी जाने वाली प्रोत्साहन राशि और दूसरा अनुदान। जिससे किसान अपना मुनाफा भी बढ़ा सकते हैं। इसी के लिए बागवानी विभाग द्वारा प्रयास किए जा रहे हैं। ताकि किसान धान की खेती को छोड़कर बागवानी लगाएं। इसके लिए विभाग द्वारा लोगों को जागरूक भी किया जा रहा है। वहीं धान के स्थान पर लगाई जाने वाले फलों व सब्जियां के बारे में भी जानकारी दे रहा है। जिससे कि किसान को मदद मिल सके और बागवानी की ओर कदम बढ़ाए।
जिले में बागवानी विभाग द्वारा 1250 किसानों को धान की खेती से बागवानी करने के लिए प्रोत्साहित करने का लक्ष्य रखा गया है। इसमें से सबसे अधिक लक्ष्य झज्जर खंड को मिला है। झज्जर खंड की 300 एकड़ जमीन पर लगने वाले धान की बजाए बागवानी लगाने का प्रयास रहेगा। अगर कोई किसान बागवानी की तरफ कदम बढ़ाता है तो उसे दोहरा लाभ मिलेगा। एक तो सरकार मेरा पानी मेरी विरासत स्कीम के तहत किसान को धान की खेती छोड़ने के लिए सात हजार रुपये प्रति एकड़ के हिसाब से प्रोत्साहन राशि देगी। वहीं बागवानी विभाग भी अनुदान भी देगा। सामान्यत: बागवानी जिन फलों व सब्जियों में अनुदान देता है, वह इस स्कीम के तहत भी अनुदान देगा। इसके तहत किसान खेत में सब्जी लगाकर आठ हजार रुपये प्रति एकड़ के हिसाब से सब्सिडी ले सकते हैं। वहीं अमरूद पर 6 गुना 6 मीटर की दूरी वाले बाग लगाकर 4600 रुपये प्रति एकड़ व 3 गुना 6 मीटर दूरी वाले बाग लगाकर 6198 रुपये प्रति एकड़ से अनुदान मिलेगा। साथ ही नींबू प्रजाति के बाग लगाने पर 4800 रुपये प्रति एकड़, बेर का बाग लगाने पर 3400 रुपये प्रति एकड़ व आंवला का बाग लगाने पर 6000 रुपये प्रति एकड़ सब्सिडी दी जाएगी। इसका मुख्य उद्देश्य किसानों से धान की फसल ना बिजाई करने की अपील करना है। साथ ही विभाग इसके लिए किसानों को जागरूक कर रहा है। यह रखा है लक्ष्य
खंड एरिया
झज्जर 300 एकड़
बेरी 250 एकड़
साल्हावास 250 एकड़
मातनहेल 200 एकड़
बहादुरगढ़ 250 एकड़
कुल 1250 एकड़ -जिला बागवानी अधिकारी डा. रामस्वरूप पूनिया ने बताया कि जिले में मेरा पानी मेरी विरासत स्कीम के तहत 1250 एकड़ का लक्ष्य रखा गया है। जिसके तहत पिछले वर्ष धान की बिजाई करने वाले किसानों को बागवानी के लिए प्रेरित किया जा रहा है। अगर किसान धान छोड़कर बागवानी लगाता है तो उसे दोहरा फायदा होगा। एक तो सरकार सात हजार रुपये प्रति एकड़ के हिसाब से प्रोत्साहन राशि देगी, वहीं दूसरा बागवानी विभाग भी अनुदान देगा।