पहले खूब पढ़ता था प्यार ने निकम्मा बना दिया... और भी बहुत कुछ लिखा इन उत्तरपुस्तिकाओं में
बोर्ड की उत्तरपुस्तिकाओं में विद्यार्थियों ने कई बातें लिखी हैं। एक छात्र ने लिखा है कि पहले खूब पढ़ता था। मगर अब एक लड़की के प्यार ने उसे निकम्मा बना दिया।
झज्जर [मुकेश शर्मा]। बोर्ड परीक्षाओं में परीक्षार्थी पास होने के लिए क्या-क्या हथकंडे अपना रहे हैं। इसका अंदाजा लगाना भी मुश्किल है। कुछ परीक्षार्थी अपनी गरीबी की दुहाई दे रहे हैं तो कुछ शिक्षकों को धमकी। कुछ ऐसे है कि उत्तरपुस्तिका में पैसे रखकर गुरुजी को लालच देने का प्रयास कर रहे हैं।
ऐसे ही एक छात्र ने अपनी उत्तरपुस्तिका में लिखा है कि वह दसवीं कक्षा तक खूब पढ़ता था और पढ़ाई में काफी होनहार भी था। मगर एक लड़की के प्यार ने उसे निकम्मा बना दिया। उक्त छात्र ने उत्तरपुस्तिका में उस लड़की के लिए शायरी भी लिखी है।
शहर के राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय को दसवीं और बारहवीं कक्षा की उत्तरपुस्तिकाओं का मूल्यांकन केंद्र बनाया गया है। उत्तर पुस्तिकाओं की चेकिंग में लगे हुए शिक्षकों की मानें तो परीक्षार्थी पास होने के लिए आमतौर पर इस तरह के हथकंडे अपनाते हैं। हालांकि इनका उन पर कुछ फर्क नहीं पड़ता। हां, ऐसी बातें पढ़कर हंसी जरूर आती है। मूल्यांकन केंद्र पर उत्तर पुस्तिकाओं का अंकन कार्य अंतिम चरण में चल रहा है।
सर पास कर देना, आपको गरीबों की दुआएं मिलेंगी
वहीं, एक अन्य छात्र ने लिखा है कि गुरु जी आपसे हाथ जोड़कर निवेदन है कि हमारे घर की स्थिति ठीक नहीं है। मैं रेगुलर पढ़ाई नहीं कर पा रहा हूं। मेरे पिता की बचपन में ही मृत्यु हो गई थी। मुझे ही घर का सारा खर्च चलाना पड़ता है और भाई-बहनों की पढ़ाई की जिम्मेदारी मुझे देखनी पड़ती है। इसलिए आप से निवेदन है कि मुझ गरीब को भी पास करने की कृपा करना, आपकी अति कृपा होगी। हम गरीबों की दुआएं आपके साथ हैं, आपको कभी दुख देखने को न मिले।
उत्तरपुस्तिकाओं में ये बातें भी लिखीं
एक परीक्षार्थी ने लिखा है कि चिट्ठी-चिट्ठी जा सर के पास, सर की मर्जी फेल करे या पास। एक परीक्षार्थी ने तो अपनी उत्तरपुस्तिका में दस का नोट भी रखा हुआ था तो दूसरे ने पास करने के लिए धमकी भरी बातें लिखी हुई हैं। इस परीक्षार्थी ने लिखा है कि दम है तो पास करके दिखा, मां का दूध पीया है ना।
बोर्ड को सूचित कर दिया है
राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय, झज्जर के प्राचार्य बिमला नरलाल का कहना है कि उत्तर पुस्तिकाओं में विभिन्न प्रकार की बातें लिखी हुई मिल रही हैं। इस बारे में बोर्ड को सूचित कर दिया है। हालांकि इन विषयों पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है और न ही इस तरह की अपील का कोई असर होता है।
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