कांटे के मुकाबले में राजकुमार देवरखाना को देवराज छारा ने हराया, देवराज के सिर पर सजा श्री ब्राह्मण महासभा की प्रधानी का ताज
- वोटिग के दौरान हुआ हंगामा पुलिस ने करवाया मामला शांत
- वोटिग के दौरान हुआ हंगामा, पुलिस ने करवाया मामला शांत - 731 मतदाताओं में से 629 ने किया मतदान, कुल 56 वोट हुए रद्द - सबसे अधिक अंतर से उप प्रधान व सबसे कम अंतर से जीते सह सचिव फोटो : 28 जेएचआर 15 से 26 जागरण संवाददाता, झज्जर : श्री ब्राह्मण महासभा के चुनाव में कांटे की टक्कर देखने को मिली। देवराज छारा ने राजकुमार देवरखाना को नौ वोट से हराया है। देवराज के सिर पर श्री ब्राह्मण महासभा के प्रधान का ताज सज गया है। हालांकि, वोटिग के दौरान कुछ हंगामा भी देखने को मिला। जिसे मौके पर मौजूद पुलिस की टीम ने शांत करवाया। श्री ब्राह्मण महासभा के कुल 731 मतदाताओं में से 629 मतदाताओं ने अपने वोट डाले। जिनमें से 56 वोट रद्द हुए हैं। चुनाव के दौरान जीत का सबसे अधिक अंतर उप प्रधान पद पर व सबसे कम सह सचिव पद पर देखने को मिला। चुनाव अधिकारी राधेश्याम शर्मा व सहायक चुनाव अधिकारी रमेशचंद्र कौशिक ने बताया कि सुबह 8 बजे से शाम 4 बजे तक वोटिग हुई। इस दौरान 629 लोगों ने वोट डाले हैं। कुल में से 102 लोग वोट डालने नहीं पहुंचे। चुनाव में प्रधान पद पर देवराज, उप प्रधान पद पर सुरेंद्र लाल, महासचिव पद पर प्रताप सिंह व सह सचिव पद पर विपिन राज को जीत मिली है। खजांची पद पर जयशंकर पहले ही निर्विरोध चुने जा चुके हैं। खजांची पद पर केवल जय शंकर ने ही नामांकन भरा था, इसलिए उस पद के लिए चुनाव भी नहीं हुए। वोटिग के दौरान हुआ हंगामा
श्री ब्राह्मण महासभा चुनाव की वोटिग के दौरान मतदान में बुजुर्ग की मदद करने को लेकर हंगामा हो गया। हुआ यूं कि दोपहर को एक बुजुर्ग मतदान करने के लिए आ रहे थे। आंखों की रोशनी कमजोर होने के कारण वोट डालने के लिए एक पक्ष का व्यक्ति बुजुर्ग की मदद कर रहा था। इस दौरान दूसरे पक्ष वाले व्यक्ति ने इसका विरोध किया। कहा कि अगर दिखाई नहीं देता तो उसके परिवार वाले मदद कर सकते हैं। उम्मीदवार का समर्थक क्यों मतदान करवाने जा रहा है। बढ़ते हंगामे को देखकर वहां पर तैनात पुलिस ने पहुंचकर उन्हें शांत किया। हंगामा कर रहे लोगों को धर्मशाला से बाहर कर दिया।
दिनभर बढ़ती रही धड़कनें
श्री ब्राह्मण महासभा के चुनाव में काफी कांटे की टक्कर देखने को मिली। जैसे-जैसे चुनाव बढ़ता गया तो अटकलें भी लगाने वालों ने वोटिग के अनुसार अनुमान लगाना आरंभ कर दिया। कांटे की टक्कर होने की वजह से दोनों पक्षों के उम्मीदवारों की धड़कनें बढ़ी रही। सभी उम्मीदवार अपनी जीत के प्रयास में जुटे रहे। लेकिन प्रतिद्वंद्वी के पक्ष में जाते वोट को देखकर चिता की लकीर भी दिखाई दी। दिन में बढ़ते पारे के साथ-साथ उम्मीदवारों की धड़कनों की रफ्तार भी बढ़ने लगी। चुनाव का निर्णय आने के बाद जीतने वाले पक्ष ने खुशियां मनाई। हालांकि, पिछले कई दिनों से मतदान को लेकर दोनों गुटों ने खूब दम लगा रखा था। श्री ब्राह्मण महासभा के चुनाव में जीत का सबसे अधिक अंतर उप प्रधान पद पर व सबसे कम अंतर सह सचिव पद पर देखने को मिला। उप प्रधान पद के लिए 30 वोट के अंतर से सुरेंद्र लाल विजयी हुए। वहीं सबसे कम अंतर की बात करें तो सह सचिव पद रहा। जिस पर विपिन राज वशिष्ठ मात्र छह वोट के अंतर से विजयी हुए हैं। हालांकि प्रधान नौ वोट से और महासचिव 21 वोट के अंतर से जीते हैं। चुनाव के दौरान रहा पुलिस का पहरा
श्री ब्राह्मण महासभा के चुनाव के दौरान धर्मशाला व आसपास में पुलिस का पहरा रहा। इस दौरान पुलिस के जवान तैनात रहे, ताकि चुनाव शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हो सकें। वहीं व्यवस्था को देखते हुए पुलिस ने श्री ब्राह्मण महासभा धर्मशाला के सामने से गुजरने वाले झज्जर-रेवाड़ी मार्ग पर चलने वाले वाहनों का आवागमन बंद कर दिया। यातायात को डायवर्ट किया गया। इसके लिए बैरिकेड लगाकर व्यवस्था बनाई गई। पुलिस के जवान भी तैनात किए गए हैं। ताकि इस तरफ कोई भी वाहन ना जा सके और ना ही चुनाव प्रक्रिया में दखल डाल सके।