शहर के एक युवा पार्षद कोरोना संक्रमित, होम आइसोलेशन पर चिकित्सकों की निगरानी में
कोरोना संक्रमण की चेन तोड़ने के लिए जरूरी है कि हर हद तक की गंभीरता बरती जाए। शनिवार को जारी हुए मेडिकल बुलेटिन में एक युवा पार्षद सहित पांच केस शहरी क्षेत्र से रिपोर्ट हुए है। जबकि 31 लोग डिस्चार्ज हुए है। ग्रामीण अंचल से भी संक्रमितों के केस रिपोर्ट हो रहे हैं।
जागरण संवाददाता, झज्जर : कोरोना संक्रमण की चेन तोड़ने के लिए जरूरी है कि हर हद तक की गंभीरता बरती जाए। शनिवार को जारी हुए मेडिकल बुलेटिन में एक युवा पार्षद सहित पांच केस शहरी क्षेत्र से रिपोर्ट हुए है। जबकि, 31 लोग डिस्चार्ज हुए है। ग्रामीण अंचल से भी संक्रमितों के केस रिपोर्ट हो रहे हैं।
हालांकि, स्वास्थ्य विभाग के स्तर पर हर संभव प्रयास किया जा रहा है कि सैंपलों की संख्या को बढ़ाकर संक्रमितों को यहां सामने लाया जाए। इधर, स्वास्थ्य विभाग की टीम संक्रमित होकर सामने आ रहे प्रत्येक व्यक्ति की हिस्ट्री को ट्रेक कर रही है। ताकि, उसी के आधार पर सैंपलिग की प्रक्रिया को पूरा किया जाए। दरअसल, बढ़ते हुए केसों का बाजार के कारोबार और लोगों की दिनचर्या पर भी असर पड़ने लगा है। हालांकि, लोग अब इसे एक सामान्य प्रक्रिया के रूप में भी ले रहे हैं। लेकिन, इसे देखते हुए लापरवाही नहीं की जा सकती। चूंकि, कोरोना से बचने के लिए संक्रमण की चेन को तोड़ना जरूरी है। पार्षद के रिपोर्ट होने के बाद सतर्कता बरत रहे साथी
जिक्र है कि शहर के युवा पार्षद के संक्रमित रिपोर्ट होने के बाद उनके साथी अतिरिक्त सतर्कता बरत रहे है। इनक्यूबेशन पीरियड का ध्यान रखते हुए वे स्वयं की इम्यूनिटी बढ़ाए जाने के लिए एहतियात भी बरते है। कारण कि इम्यूनिटी बढ़यिा होने की स्थिति में ही कोरोना के अटैक को सहा जा सकता है। इधर, जिस तरह से केस सामने आ रहे है। प्राय: उनमें ऐसे है जिनमें किसी भी तरह के लक्ष्ण सामने नहीं आ रहे। जिसकी वजह से विभागीय स्तर पर उन्हें होम आइसोलेशन पर ही रखा जा रहा है।
सतर्कता ही कोरोना से बचाव का पहला और आखिरी उपाय है। विभागीय स्तर पर बताए जा रहे उपायों को हम सभी को गंभीरता से लेना है। ताकि, संक्रमण की चेन को कमजोर करने में हमें पूरी मदद मिलें।
डा. संजय दहिया, सिविल सर्जन, झज्जर