सवारियां नहीं होने के कारण दूसरे दिन भी कैंसिल करनी पड़ी चंडीगढ़ की बस
ग्रामीण रूटों पर चलने वाली रोडवेज बसों को सवारियां बहुत कम मिल रही हैं। या फिर ये कहें कि कुछ सवारी के साथ ही रोडवेज बसें अपने रूट पर चल रही हैं।
जागरण संवाददाता, झज्जर : ग्रामीण रूटों पर चलने वाली रोडवेज बसों को सवारियां बहुत कम मिल रही हैं। या फिर ये कहें कि कुछ सवारी के साथ ही रोडवेज बसें अपने रूट पर चल रही हैं। हालांकि दूसरे जिलों में जाने वाली रोडवेज में कुछ सवारियों ने यात्रा की। खासकर झज्जर से गुरुग्राम, रोहतक व बहादुरगढ़ रूट पर सबसे अधिक सवारियां मिल रही हैं।
रोडवेज ने बुधवार से प्रदेशभर में रोडवेज बसें चलाने का निर्णय लिया है। जिसके तहत अन्य जिलों के साथ-साथ झज्जर में भी 42 रूटों पर बसें चलाने का निर्णय लिया। लेकिन पहले दिन काफी कम सवारियां पहुंची, इसलिए चंडीगढ़ जाने वाली बस कैंसिल करनी पड़ी। वहीं स्थिति बृहस्पतिवार को भी देखने को मिली। सवारी नहीं होने के कारण चंडीगढ़ वाली बस फिर से कैंसिल करनी पड़ी। हालांकि, दिनभर में झज्जर बस स्टैंड से लगभग सौ सवारियों ने अलग-अलग रूटों पर यात्रा की है। यात्रा के लिए पहुंचने वाली सवारियों के लिए मास्क पहनना अनिवार्य किया गया है। साथ ही शारीरिक दूरी का भी ध्यान रखते हुए बसों में चुनिदा सवारी ही बैठाने की अनुमति है। बस स्टैंड पर पहुंचने वाली प्रत्येक सवारी के स्वास्थ्य की भी जांच की गई। सवारियों की सुविधा को देखते हुए ऑनलाइन व ऑफलाइन दोनों तरह से टिकट लेने की व्यवस्था की गई है। ताकि उन्हें किसी भी प्रकार की परेशानी न उठानी पड़े। - समय के अनुसार सभी चालक अपनी बसों को बस स्टैंड के बूथ पर लेकर आते हैं, लेकिन ग्रामीण रूट पर चलने वाली बसों में सवारियां नहीं मिल रहीं। एकाध सवारी को लेकर ही बसों को रूटों पर जाना पड़ रहा है। लोग अभी कम घरों से बाहर निकल रहे हैं। समय के साथ सवारियां भी बढ़ेंगी।
- रामबीर सिंह, प्रधान, रोडवेज कर्मचारी यूनियन, झज्जर।