हत्याओं की तीन बड़ी वारदातों में गिरफ्तारी बनी चुनौती, एसआइटी कर रही है जांच
सदर थाना क्षेत्र के अंतर्गत दो और आसौदा थाना क्षेत्र में हत्याओं की वारदात में गिरफ्तारी पुलिस के लिए चुनौती बन गई है। इनमें से दो वारदात में तो कारणों और हत्यारों का भी पता नहीं है। तीनों मामलों की जांच पुलिस की एसआइटी कर रही है।
जागरण संवाददाता, बहादुरगढ़ : सदर थाना क्षेत्र के अंतर्गत दो और आसौदा थाना क्षेत्र में हत्याओं की वारदात में गिरफ्तारी पुलिस के लिए चुनौती बन गई है। इनमें से दो वारदात में तो कारणों और हत्यारों का भी पता नहीं है। तीनों मामलों की जांच पुलिस की एसआइटी कर रही है। मेहंदीपुर डाबौदा से 15 अगस्त को लापता हुए मुकेश का दो दिन बाद बालौर गांव के शमशान घाट में शव मिला था। उसकी हत्या किसने और क्यों की, यह अभी पता नहीं चल पाया है। वहीं 20 अगस्त को नूना माजरा के पूर्व सरपंच सुरेंद्र उर्फ गुल्लर की उसी के गैराज पर गोलियों से भूनकर हत्या कर दी गई थी। इस वारदात में भी अभी तक कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है। हत्या करने वाले कौन थे और किसलिए पूर्व सरपंच की हत्या की गई, इन सवालों के जवाब गिरफ्तारी के बाद ही मिल पाएंगे। इधर, आसौदा गांव में 24 अगस्त को गैंगवार के चलते हुई अंधाधुंध फायरिग में दो युवकों की मौत हो गई थी, जबकि तीसरा जख्मी है। उसकी हालत में सुधार है। इस मामले में छह नामजद समेत आठ लोगों पर केस दर्ज किया गया। पुलिस की टीमें इस मामले में गिरफ्तारी के लिए जुटी हैं। आसौदा थाना प्रभारी जसबीर सिंह ने बताया कि जिन लोगों का वारदात को अंजाम देने में नाम सामने आया है, उनकी तलाश चल रही है। जल्द ही उन्हें गिरफ्तार कर लिया जाएगा। गौरतलब है कि क्षेत्र में बढ़ रही वारदातों को लेकर लोगों में रोष है। आरोपितों की धरपकड़ के लिए गुहार लगाई जा रही है।