टिड्डी दल को लेकर पहले से ही विभाग अलर्ट, 2400 लीटर दवाई का स्टॉक
टिड्डी दल जिले में दो दफा आ चुका है। इसके कारण अब न केवल प्रशासन बल्कि किसान भी अलर्ट दिखाई दे रहे हैं। किसानों का ध्यान टिड्डी दल का नाम सुनते ही खिंचा चला आता है। यहा तक कि विभाग भी पड़ोसी जिलों व पड़ोसी राज्यों से भी लगातार संपर्क साधे हुए है।
जागरण संवाददाता, झज्जर : टिड्डी दल जिले में दो दफा आ चुका है। इसके कारण अब न केवल प्रशासन बल्कि किसान भी अलर्ट दिखाई दे रहे हैं। किसानों का ध्यान टिड्डी दल का नाम सुनते ही खिंचा चला आता है। यहा तक कि विभाग भी पड़ोसी जिलों व पड़ोसी राज्यों से भी लगातार संपर्क साधे हुए है। ऐसे में अगर कोई टिड्डी दल आता है तो उससे निपटने की भी पूरी तैयारी की गई है।
इसके लिए विभाग की तरफ से दूसरे विभागों के साथ मिलकर जिला स्तर पर, सब डिवीजन स्तर पर व गाव स्तर पर टास्क फोर्स तैयार की गई है। जो टिड्डी दल के अपडेट पर नजर रखेगी। साथ ही जिले में 2400 लीटर क्लोरोपायरीफोर्स एंड लैम्डा साईहैलोथीन नामक दवाई का स्टॉक भी किया गया है। साथ ही दवाई के छिड़काव के लिए ट्रैक्टर चलित स्प्रे मशीनों को भी तैयार किया गया है। जो जरूरत पड़ने पर तुरंत काफी क्षेत्र में एक साथ दवाई का छिड़काव करेंगी।
किसान भी अब विभागीय अधिकारियों के संपर्क में रहने का प्रयास कर रहे हैं। ताकि टिड्डी दल आने से पहले ही उन्हें पता लग सके और वे अपने स्तर पर तैयारी कर सकें। जिले में पहले भी दो बार टिड्डी दल आए हैं। गनीमत रही की टिड्डी दल जिले में अधिक नुकसान नहीं कर सके। इसलिए विभाव व किसान आगे भी अपनी फसलों को सुरक्षित रखने की उद्देश्य से जुटे हैं। विभाग भी किसानों के संपर्क में है, ताकि टिड्डी दल की आहट से ही सभी किसान खेतों में पहुंचकर टिड्डी दल को भगाने में कामयाब हो सके। पहले भी दोनों दफा प्रशासन व किसानों की मेहनत रंग लाई है। -टिड्डी दल को लेकर दूसरे जिलों व प्रदेशों से अपडेट लिया जा रहा है। विभाग अलर्ट पर है। टिड्डी दल जिला की तरफ आने की सूचना मिलते ही किसानों को भी सूचना दी जाएगी। साथ ही विभागीय स्तर पर भी पुख्ता प्रबंध किए जाएंगे। इसके लिए विभाग ने दवाई के स्टॉक से लेकर अन्य प्रबंध भी किए हैं।
डा. इंद्र सिंह, डीडीए, झज्जर।