खराब हुई फसल का मुआवजे देने की शिकायत करने पहुंचे किसान, 849 आवेदन
- बरसात व ओलावृष्टि के कारण फसलें हुई खराब भारी नुकसान की आशंका
- बरसात व ओलावृष्टि के कारण फसलें हुई खराब, भारी नुकसान की आशंका फोटो : 12 जेएचआर 14 से 18 जागरण संवाददाता,झज्जर : तीन दिन पूर्व हुई बरसात व ओलावृष्टि के कारण जिले में सैकड़ों एकड़ फसल खराब हो गई। फसलों का बीमा करवाने वाले किसान मुआवजे की मांग को लेकर आवेदन करने के लिए किसान सदन में पहुंचे। इन तीन दिनों में जिलेभर के कुल 849 किसानों ने 1266 हेक्टेयर फसल खराब होने के लिए आवेदन किया है। सबसे अधिक फसल गेहूं की खराब हुई है। अब किसानों को सर्वे करने व मुआवजा मिलने की आस है। ताकि खराब हुई फसल की भरपाई की जा सके। इसी उद्देश्य से किसान शुक्रवार को भी आवेदन करने के लिए झज्जर स्थित किसान सदन में पहुंचे और आवेदन किए। बता दें कि 9 मार्च को जिले में बरसात व ओलावृष्टि हुई थी। कहीं ओलावृष्टि के कारण फसलें खराब हुई, तो कहीं बरसात के बाद हवा चलने के कारण फसलें बिछ (जमीन पर गिर) गई। खासकर गेहूं की फसल, जिससे फसलों को नुकसान हुआ है। किसानों को नुकसान होने के 72 घंटे के अंतराल में इसकी शिकायत देनी होती है। ताकि उस नुकसान का सर्वे करवाया जा सके और किसानों को मुआवजा मिले। हालांकि नुकसान की शिकायत वही किसान दे सकते हैं, जिन्होंने अपनी फसलों का बीमा करवाया हुआ है। अगर किसानों ने बीमा नहीं करवाया हुआ है, तो वे किसान शिकायत नहीं दे सकते। लगातार तीन दिन से किसान नुकसान की शिकायत करने के लिए पहुंच रहे हैं। जो अब तक 849 किसानों ने कुल 1266 हेक्टेयर फसल में नुकसान होने की शिकायत की है। इसमें से 10 मार्च को 320 किसानों ने, 11 मार्च को 25 किसानों ने और 12 मार्च को 504 किसानों ने आवेदन शिकायत की है। वहीं अगर फसल अनुसार बात करें तो 112 आवेदन सरसों फसल खराब होने के आए हैं और 737 आवेदन गेहूं खराब होने के।
इन दस्तावेजों की होती है जरूरत
-किसान क्रेडिट कार्ड बनवाने वाले किसानों के लिए बैंक से एप्लीकेशन आइडी नंबर या बिना लोन वाले किसानों के लिए बीमा पॉलिसी पेज। -आधार कार्ड की कॉपी। -बैंक पासबुक की कॉपी, जिसमें से प्रीमियम कटा हुआ है। -फर्द की कॉपी या खेवट नंबर और किला नंबर।
-बेरी निवासी साहब सिंह ने बताया कि उसके ढाई एकड़ में नुकसान हुआ है। बरसात के कारण ढ़ाई एकड़ गेहूं बिछ गया। जिस कारण काफी नुकसान है। वहीं गांव के अनेक एकड़ जमीन पर खड़ी फसल में काफी नुकसान है। उन्होंने अपनी फसल का बीमा भी करवाया है। इस नुकसान की भरपाई के लिए मुआवजा मिले, इसके लिए शिकायत करने पहुंचे हैं। -गांव मलिकपुर निवासी सुनील ने बताया कि उनके गांव में ओलावृष्टि हुई थी। जिस कारण काफी फसल में भारी नुकसान हुआ है। उनकी ढाई एकड़ गेहूं की फसल भी खराब हो गई। उसके पिता राजेंद्र ने अपनी फसल का बीमा करवाया हुआ था। ताकि नुकसान होने पर उसकी भरपाई के लिए मुआवजा मिल सके। सरकार जल्दी से सर्वे करवाकर उचित मुआवजा दे।