बदलते मौसम से बढ़े खांसी-जुकाम व सांस के 60 से 70 फीसद मरीज
- बीमारियों से बचने के लिए सावधानी जरूरी
- बीमारियों से बचने के लिए सावधानी जरूरी
- हर वर्ग के लोग आ रहे ठंड की चपेट में
जागरण संवाददाता,झज्जर : बदलता मौसम लापरवाही बरतने वालों के लिए बीमारी को साथ लेकर आया है। इसलिए सुरक्षित रहने व बीमारी से बचने के लिए सावधानी बरतना सबसे अधिक जरूरी है। बदले मौसम के साथ-साथ ठंड की चपेट में आने से खांसी-जुकाम व सांस के मरीजों में काफी इजाफा हुआ है। अकेले मेडिसिन विभाग में आने वाली ओपीडी में से 60 से 70 फीसद मरीज खांसी-जुकाम या सांस के आ रहे हैं। क्योंकि बदलते मौसम में लोग लापरवाही बरतते हैं। लगातार बढ़ती ठंड लापरवाही बरतने वालों को अपने चपेट में ले रही है। बता दें कि जिला अस्पताल के मेडिसिन विभाग की बात करें तो कोरोना महामारी के बाद ओपीडी शुरू होने के दौरान औसतन 50 मरीज ही बड़ी मुश्किल से आते थे। लेकिन जैसे-जैसे समय बीतता गया और ठंड बढ़ती गई तो मरीजों की संख्या में भी लगातार बढ़ोतरी हो रही है। फिलहाल, स्थिति यह है कि सप्ताह के शुरूआती दो-तीन दिन मरीजों की संख्या 250 तक पहुंच जाती हैं। वहीं, सप्ताह के अंतिम दो-तीन दिनों की बात करें तो मरीजों की संख्या 150 तक रहती हैं। लेकिन इनमें से सबसे अधिक मरीज ठंड की चपेट में आने वाले हैं।
जबकि, पिछले दो-तीन सप्ताह से जैसे ही ठंड ने दस्तक दी तो लोगों का स्वास्थ्य भी प्रभावित होने लगा है। इस अवधि के दौरान ही ठंड की चपेट में आने वालों की संख्या अधिक बढ़ी है। बढ़ते मरीज चिता का विषय भी बनते जा रहे हैं। जिसकी वजह से चिकित्सक सभी लोगों को स्वास्थ्य का ध्यान रखने व सावधानी बरतने की सलाह दे रहे हैं। 10 डिग्री से नीचे पहुंचा तापमान बॉक्स : तापमान में लगातार गिरावट दर्ज की जा रही है। फिलहाल न्यूनतम तापमान 10 डिग्री से भी नीचे जा चुका है। शनिवार को अधिकतम तापमान 24 डिग्री सेल्सियस व न्यूनतम तापमान 9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वहीं आगामी दिनों में भी अधिकतम तापमान 25 डिग्री से नीचे रहने की संभावना है। ऐसे में ठंड अधिक बढ़ेगी, इसलिए बीमारियों से सुरक्षित रहने के लिए सावधानी बरतना ही जरूरी है।
ये बरते सावधानी :
बॉक्स : - प्रोटीन युक्त खाना खाएं। - गुनगुना पानी पीएं। -गर्म कपड़े पहनें। -फलों को सेवन करें। -सुबह शाम की ठंड से बचे। -ठंडी चीजों का सेवन ना करें। -सर्दी-जुकाम होने पर चिकित्सक की सलाह लें। -मुंह पर मास्क या कपड़ा रख कर निकलें। -भीड़ वाले क्षेत्रों में जाने से बचें। प्रतिक्रिया : जिला अस्पताल के वरिष्ठ चिकित्सक डा. संजीव हसीजा ने बताया कि मौसम बदलने के कारण खांसी-जुकाम व सांस के मरीजों की संख्या बढ़ी है। मेडिसिन विभाग में आने वाली ओपीडी के 60-70 फीसद मरीज ठंड की चपेट में आने वाले होते हैं। इसलिए बदलते मौसम में अधिक सावधानी बरतने की जरूरत है। ताकि बीमारियों से बचा जा सके।