सिद्ध श्री 108 बाबा कांशीगिरि मन्दिर में हुआ 59 वां श्री सुंदरकांड पाठ एवं भजन कीर्तन
अच्छा सुनना देखना बोलना भक्ति है। ईश्वर की भक्ति आत्मा से की जाती है शरीर से नहीं। शरीर तो भगवान का दिया हुआ एक उपहार है। यह बात सिद्ध श्री 108 बाबा कांशी गिरि मन्दिर के पं. पवन कौशिक ने 59 वें श्री सुंदरकांड पाठ एवं भजन कीर्तन के कार्यक्रम में उपस्थित श्रद्धालुओं को कही। उन्होंने कहा कि भगवान से प्रेम करना ही सच्ची भगती है।
जागरण संवाददाता, झज्जर : अच्छा सुनना, देखना, बोलना भक्ति है। ईश्वर की भक्ति आत्मा से की जाती है शरीर से नहीं। शरीर तो भगवान का दिया हुआ एक उपहार है। यह बात सिद्ध श्री 108 बाबा कांशी गिरि मन्दिर के पं. पवन कौशिक ने 59 वें श्री सुंदरकांड पाठ एवं भजन कीर्तन के कार्यक्रम में उपस्थित श्रद्धालुओं को कही। उन्होंने कहा कि भगवान से प्रेम करना ही सच्ची भगती है। कार्यक्रम में श्री सुंदरकांड पाठ वाचक पं. पवन कौशिक, योगेश रंजन, पंकज भारद्वाज, लक्ष्य वर्मा, डा. रिकू नंदा, रवि यादव, राहुल शर्मा , राजेन्द्र वधवा, सहित महिला श्रद्धालुओं ने श्री सुंदरकांड पाठ का गायन किया।
भजन गायक योगेश रंजन, पंकज भारद्वाज, राजेन्द्र वधवा, लक्ष्य वर्मा ने संयुक्त इतनी दूर लगाएं तूने जाके के कैलाश पे डेरे हो शंकर मेरे कब होंगे दर्शन तेरे..भजन सुनाकर भाव विभोर कर दिया। कौशिक ने कहा कि मंगलवार का दिन हनुमान जी को समर्पित है। मंगलवार को हनुमान जी की उपासना करने से हर संकट से रक्षा होती है। सनातन धर्म में कामिका एकादशी का बहुत अधिक महत्व है। इस व्रत को विधि पूर्वक पूर्ण करने से जीवन में सुख -समृद्धि और शांति आती है, इसके साथ ही हर प्रकार की परेशानी दूर होती है। श्री सुंदरकांड पाठ के विश्राम पर श्री हनुमान चालीसा, आरती, प्रसाद वितरण के उपरांत भ़क्तों ने बाबा का आशीर्वाद लिया। इस अवसर पर मन्दिर समिति डॉ गौतम आर्य, के, वी, के शर्मा, आशीष चावला,मनोज चुघ, भूषण खन्ना, प्रदीप काठपालिया, विकास नरूला, पूनम अनिल छाबड़ा, मोहन चुघ, नरेंद्र पाहवा, अमित नागपाल, बंटी बीरबल,जगदीश रंजन,प्रिस आंचल सेठी, जगदीश छाबड़ा, वेदबहल, कमल लता सहित महिला श्रद्धालु उपस्थित रहे।