500 रुपये बिक्री वाला ऑक्सीमीटर भी नहीं मिल रहा 1000 रुपये में, बढ़ी डिमांड में थमी सप्लाई
- मास्क सैनिटाइजर के भी शेयर मार्केट की तरह बढ़ रहे दाम
- मास्क, सैनिटाइजर के भी शेयर मार्केट की तरह बढ़ रहे दाम
- आम आदमी की जेब पर पड़ने लगा बोझ जागरण संवाददाता, झज्जर : कोरोना की दूसरी लहर का व्यापक स्तर पर असर दिख रहा हैं। एहतियात के तौर पर इस्तेमाल होने वाले उत्पाद भी बाजार में ग्राहकों को नहीं मिल पा रहे हैं। अगर मिल भी रहे हैं तो उनके दाम पिछले दिनों से एकाएक काफी ज्यादा बढ़ गए हैं। जिसका सीधा असर आमजन की जेब पर प्रतिकूल होकर पड़ रहा हैं। दरअसल, मौजूदा समय में स्वास्थ्य विभाग कोरोना मरीजों को होम आइसोलेशन में रहने की सलाह दे रहा है। इस दौरान जिस एक डिवाइस की सबसे ज्यादा चर्चा हो रही है, वो है पल्स ऑक्सीमीटर, जो कि मौजूदा समय में बाजार में उपलब्ध नहीं हैं। पिछले दिनों में 500 से 600 रुपये तक बिक्री में इसे ग्राहकों ने खरीदा था। अब यह 1000 रुपये में भी नहीं मिल पा रहा। ऐसे ही हालात मास्क और सैनिटाइजर के साथ भी हो रहे हैं। इन दोनों उत्पादों के दाम भी बढ़े हुए हैं। आमजन की सुविधा के लिए विभागीय स्तर पर जरूर इस दिशा में ध्यान दिया जाना चाहिए। ताकि, जरूरत के समय में लोगों की परेशानी और नहीं बढ़ने पाए। डबल रेट में भी नहीं मिल रहा ऑक्सीमीटर
पल्स ऑक्सीमीटर की बात करें तो पिछले करीब छह माह से दुकानों पर रखे हुए स्टॉक को कोई पूछ भी नहीं रहा था। लेकिन, अप्रैल माह में जिस तरह से संक्रमितों की संख्या बढ़ रही हैं। ऐसे में बाजार में उपलब्ध ऑक्सीमीटर खत्म हो चुके हैं। दैनिक जागरण संवाददाता ने 15 दुकानों पर ऑक्सीमीटर के लिए पता किया। लेकिन, किसी भी कैमिस्ट शॉप पर किसी भी दाम में उपलब्ध नहीं हुआ। जबकि, फार्मासिस्टों का कहना था कि उन्होंने ऑर्डर किए हुए हैं, जब भी सप्लाई आएगी, उपलब्ध हो जाएगा। इधर, थोक का कारोबार करने वाले गुलशन मिगलानी, मुकेश कुमार आदि ने बताया कि उनके स्तर पर ऑर्डर किए गए हैं। कंपनी बकायदा 50 फीसद तक एडवांस पेमेंट भी ले रही हैं। लेकिन, मई माह के पहले सप्ताह तक सप्लाई मिलने की उम्मीद नहीं हैं। कुल मिलाकर, सबसे ज्यादा उन मरीज और तीमारदारों को हो रही हैं, जो होम आइसोलेशन पर है। मास्क, सैनिटाइजर के भी शेयर मार्केट की तरह बढ़ रहे दाम
स्वास्थ्य सुरक्षा के दृष्टिगत सबसे ज्यादा मास्क का इस्तेमाल करने और सैनिटाइजर का प्रयोग करते हुए सुरक्षित रहने की सलाह दी जा रही हैं। मौजूदा समय में बाजार में एन-95 मास्क तो ग्राहक को मिल ही नहीं रहे। जबकि, थ्री लेयर मास्क के दाम भी दोगुने से ज्यादा हो गए हैं। जो कि सीधा तौर पर ग्राहक की जेब पर प्रतिकूल असर डालने का काम कर रहे हैं। प्रतिक्रिया :
एकाएक डिमांड बढ़ने की वजह से सप्लाई की चेन टूटी है, जैसा कि मार्केट से फीडबैक मिला हैं। किसी भी स्तर पर कालाबाजारी की बात नहीं है। साथ ही बाजार में ग्राहकों को भी परेशान नहीं होने दिया जाएगा। हर तरह की स्थिति पर नजर रखी जा रही हैं।
-संदीप हुड्डा, डीसीओ, झज्जर