महिलाएं मंगलसूत्र पहन दे सकेंगी एचटेट परीक्षा, ये चीजें लेकर गए तो हो सकती है मुश्किल
16 व 17 नवम्बर 2019 को आयोजित होने वाली हरियाणा अध्यापक पात्रता परीक्षा को लेकर हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड के अध्यक्ष डा. जगबीर सिंह ने शुक्रवार को दिशा निर्देश दिए।
भिवानी, जेएनएन। आगामी 16 व 17 नवम्बर, 2019 को आयोजित होने वाली हरियाणा अध्यापक पात्रता परीक्षा को लेकर हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड के अध्यक्ष डा. जगबीर सिंह ने शुक्रवार को बोर्ड मुख्यालय पर आयोजित जिला शिक्षा अधिकारियों की बैठक को सम्बोधित करते हुए जिला शिक्षा अधिकारियों के अलावा अध्यक्ष के विशेष उडऩदस्तों को एचटेट परीक्षा के सुसंचालन के लिए दिशा-निर्देश दिए।
बोर्ड अध्यक्ष ने कहा कि 15 नवंबर से 17 नवंबर तक सभी जिला शिक्षा अधिकारी के कार्यालय में भी एक कंट्रोल रूम स्थापित किये गये हैं। इस कंट्रोल रूम पर नियुक्त जिला शिक्षा अधिकारी द्वारा अपने कार्यालय के एक अधिकारी, दो कर्मचारी तथा एक चतुर्थ श्रेणी की नियुक्ति की गई है। इस कंट्रोल रूम पर नियुक्त अधिकारी बोर्ड मुख्यालय पर स्थापित कंट्रोल रूम से सीधा संपर्क बनाए रखेंगे। उन्होंने कहा कि नियुक्त किये गए अधिकारी व कर्मचारियों की सूची बोर्ड मुख्यालय पर स्थापित नियंत्रण कक्ष में भेजी जानी आवश्यक है।
उन्होंने आगे बताया कि यह कंट्रोल रूम अपने-अपने जिले के सभी उडऩदस्तों की निरीक्षण रिपोर्ट लेगा तथा इस रिपोर्ट को कंसोलिडेट करते हुए परीक्षा वाले दिन ही बोर्ड में स्थापित नियंत्रण कक्ष को भेजेगा। इसके अतिरिक्त परीक्षा के दौरान यदि किसी परीक्षा केंद्र पर कोई अप्रिय घटना घटित होती है तो उसकी सूचना भी अविलम्ब बोर्ड मुख्यालय के नियंत्रण कक्ष पर दी जानी अति-आवश्यक है। इसके अतिरिक्त बोर्ड मुख्यालय पर एक कंट्रोल रूम स्थापित किया जा चुका है, जिसके हेल्पलाईन नं 01664- 254301, 254302, 254304, 254601, 254604 तथा वॉट्सअप नं 8816840349 रहेंगे।
बोर्ड अध्यक्ष ने बताया कि सभी जिला शिक्षा अधिकारी उपायुक्त की अध्यक्षता में प्रमुख केन्द्र अधीक्षक, केन्द्र अधीक्षक एवं प्रशासनिक एवं राजपत्रित अधिकारियों की परीक्षा से पूर्व तिथि, समय एवं स्थान सुनिश्चित करते हुए एक बैठक आयोजन करवाएंगे तथा उसकी सूचना बोर्ड कार्यालय को देंगे ताकि बोर्ड द्वारा एक-एक अधिकारी भेजा जा सके।
परीक्षा केंद्र में केवल मंगलसूत्र ही ले जा सकेंगी महिला परीक्षार्थी
अध्यक्ष ने आगे बताया कि महिला अभ्यर्थियों को मंगलसूत्र पहनने, बिन्दी व सिंदूर लगाने की ही छूट होगी। अन्य किसी प्रकार जैसे अंगूठी, चैन, बालियां इत्यादि ले जाने की स्वीकृति नहीं होगी। सिख अभ्यर्थियों को धार्मिक आस्था के चिन्ह ले जाने की अनुमति होगी। उन्होंने आगे बताया कि नेत्रहीन/अशक्त अभ्यर्थियों का 20 मिनट प्रति घंटा के हिसाब से कुल 50 मिनट अतिरिक्त दिये जायेगें। इसकी ओएमआर सीट भी अलग से लिफाफा में केंद्र अधीक्षक द्वारा भेजी जानी है। परीक्षा आरम्भ होने के पश्चात् 15 मिनट के अन्दर-अन्दर शेष बची अप्रयुक्त बुकलेट्स कपड़े की थैली लिफाफे में डालकर सील की जानी होगी।
मेटल डिटेक्टर से की जाएगी परीक्षार्थियों की जांच
बोर्ड अध्यक्ष डॉ. जगबीर सिहं ने बताया कि अभ्यर्थियों के प्रवेश के दौरान मुख्य गेट पर मेटल डिटेक्टर द्वारा फ्रिङ्क्षस्कग के माध्यम से तलाशी ली जायेगी तथा उप-केंद्र अधीक्षक द्वारा अभ्यर्थियों के पहचान-पत्र व एडमिट कार्ड की जांच करते हुये परीक्षा केंद्र में प्रवेश करवाया जायेगा। इसके अतिरिक्त परीक्षा केंद्र पर लगातार विडियोग्राफी होगी। सभी परीक्षा केंद्रों पर जैमर भी लगाये गये हैं व बायोमैट्रिक के माध्यम से अभ्यर्थियों के बाये हाथ के अंगूठे का निशान लिया जायेगा। सी.सी.टी.वी. कैमरे के माध्यम से अभ्यर्थियों पर कड़ी निगरानी रखी जायेगी। इन सभी की भी जिला शिक्षा अधिकारी परीक्षा केंद्रों के निरीक्षण दौरान जाँच करें।
--इस परीक्षा में 2,83,878 अभ्यर्थी 959 परीक्षा केन्द्रों पर प्रविष्ठ होंगे। 16 नवंबर को लेवल-3 (पीजीटी) की परीक्षा के लिए 307 परीक्षा केंद्र तथा 17 नवंबर को लेवल-2 (टीजीटी) की परीक्षा के लिए 360 परीक्षा केंद्र एवं लेवल-1 (पीआरटी) की परीक्षा के लिए 292 परीक्षा केंद्र स्थापित किए गए हैं।
बोर्ड अध्यक्ष ने बताया कि लेवल-1 (पीआरटी) में 85,322, लेवल-2 (टीजीटी) में 1,08,438 तथा लेवल-3 (पीजीटी) में 90,118 अभ्यर्थी शामिल होंगे।