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अध्यापक बनने की दौड़ में महिलाओं ने पुरुषों को पछाड़ा, दोगुनी संख्या में दी परीक्षा

जागरण संवाददाता हिसार एचटेट (हरियाणा अध्यापक पात्रता प्रवेश) परीक्षा देने में महिलाएं पु

By JagranEdited By: Published: Mon, 18 Nov 2019 01:47 AM (IST)Updated: Tue, 19 Nov 2019 06:21 AM (IST)
अध्यापक बनने की दौड़ में महिलाओं ने पुरुषों को पछाड़ा, दोगुनी संख्या में दी परीक्षा
अध्यापक बनने की दौड़ में महिलाओं ने पुरुषों को पछाड़ा, दोगुनी संख्या में दी परीक्षा

जागरण संवाददाता, हिसार:

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एचटेट (हरियाणा अध्यापक पात्रता प्रवेश) परीक्षा देने में महिलाएं पुरुषों से आगे रही हैं। जिले में 16-17 नवंबर को आयोजित की गई परीक्षाओं में पुरुषों के मुकाबले दोगुनी महिला अभ्यर्थियों ने परीक्षा दी है। एचटेट लेवल 1, 2 व 3 में 8073 पुरुषों के मुकाबले 16377 महिला परीक्षार्थियों ने परीक्षा दी है। जिले में कुल 24450 परीक्षार्थियों ने परीक्षा दी। वहीं हरियाणा बोर्ड चेयरमैन की गाइडलाइन दरकिनार करते हुए रविवार को हुई परीक्षा में शहर के एक निजी स्कूल में बने परीक्षा केंद्र पर सभी महिला अभ्यर्थियों की नोजपिन उतरवा दी गई। नोजपिन उतारने पर महिला अभ्यर्थियों को समय भी लगा। रविवार को जिले में दो शिफ्टों में परीक्षा का आयोजन किया गया। वहीं शनिवार को नोजपिन निकालने को लेकर असमंजस की स्थिति के चलते कई महिला अभ्यर्थियों ने बिना नोजपिन निकाले ही परीक्षा दी थी।

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बोर्ड चेयरमैन ने जारी की थी यह गाइडलाइन

बोर्ड चेयरमैन द्वारा जारी की गई गाइडलाइन के अनुसार अभ्यर्थी के पास यदि कोई इलेक्ट्रोनिक्स आइटम, जैसे घड़ी, कैलकुलेटर, मोबाइल फोन, पेजर, ब्लूटूथ, इलेक्ट्रोनिक्स गैजेट्स, छपा हुआ कागज, लिखी हुई पर्ची आदि है तो केस दर्ज किया जाएगा। वहीं अभ्यर्थी पर यूएमसी बनाते हुए अभ्यर्थी के विरुद्ध एफआइआर दर्ज करवाई जाएगी। बोर्ड सचिव ने स्पष्ट किया था कि महिला अभ्यर्थियों को अंगूठी, चैन, बालियां इत्यादि ले जाने की स्वीकृति नहीं होगी। जबकि महिला अभ्यर्थियों को मंगलसूत्र व नोज पिन पहनने, बिदी व सिदूर लगाने तथा सिख धर्म में दीक्षित अभ्यर्थियों को धार्मिक आस्था के चिह्न ले जाने की अनुमति दी थी।

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मॉर्निंग शिफ्ट - सुबह 10 बजे से 12.30 बजे, एचटेट लेवल-2

29 परीक्षा केंद्रों पर दी परीक्षा

कुल परीक्षार्थी - 8966

उपस्थित रहे - 8418

अनुपस्थित रहे - 546

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इवनिग शिफ्ट - शाम 3 से 5.30 बजे, एचटेट लेवल-1

इवनिग शिफ्ट में 25 परीक्षा केंद्रों पर परीक्षा हुई।

कुल परीक्षार्थी - 7623

उपस्थित रहे - 7166

अनुपस्थित रहे - 457

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जिले में आयोजित परीक्षा में महिला व पुरुष अभ्यर्थी

लेवल - पुरुष - महिला - कुल अभ्यर्थी

लेवल-1 - 2570 - 5052 - 7622

लेवल -2 - 2833 - 6143 - 8976

लेवल - 3 - 2670 - 5182 - 7852

कुल परीक्षार्थी - 8073 - 16377 - 24450

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जाम की स्थिति रही

रविवार को दो शिफ्टों में परीक्षा होने के कारण शहर में परीक्षा भवनों के आसपास व राजगढ़ रोड, फव्वारा चौक व दिल्ली रोड पर जाम भी लगा। दो शिफ्टों में परीक्षा होने के कारण अभ्यर्थियों ने ऑटो व निजी वाहनों का सहारा लिया, जिसके कारण शहर में कुछ देर जाम भी लगा। इसके कारण शहरवासियों को परेशानी का भी सामना करना पड़ा।

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अभ्यर्थियों ने जाहिर की खुशी -

एचटेट की परीक्षा गृहजिला में होने से परीक्षा केंद्रों पर आए अभ्यर्थियों ने खुशी जाहिर करते हुए कहा कि गृहजिला में परीक्षा आयोजित होने से उनका समय तो बचा ही है, साथ ही परीक्षा के लिए फरीदाबाद, गुरुग्राम, पलवल, करनाल जैसे शहरों में नहीं जाना पड़ा, जिससे बसों व ट्रेनों के सफर से बचे और उनमें सीट न मिलने व भीड़ की समस्या से भी निजात मिली है।

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भाई-बहन का एक ही परीक्षा केंद्र

जहां एक तरफ हरियाणा स्टाफ सिलेक्शन कमीशन की क्लर्क भर्ती परीक्षा में सगे भाई-बहनों के सेंटर एक दूसरे से 200 से 250 किलोमीटर की दूरी पर थे तो वहीं एचटेट परीक्षा में भाई-बहन का परीक्षा सेंटर ही एक दिया गया था। बरवाला से परीक्षा देने आए संदीप, शशि और पवन तीनों भाई-बहन है। लेकिन तीनों का एक ही परीक्षा केंद्र आया।

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अभ्यर्थियों से बातचीत के अंश

- हिसार निवासी रेखा अपने पति सतीश के साथ परीक्षा देने पहुंची, रेखा ने खुशी जाहिर करते हुए बताया कि उन्होंने बोर्ड की गाइडलाइन पढ़ी थी। जिसमें मंगलसूत्र, सिदूर पर छूट दी है, रेखा ने कहा भारत में मंगलसूत्र उतारना अपशगुन माना जाता है। इसलिए इससे काफी राहत है।

- मिल्कपुर से दर्शना देवी शहर के एक निजी स्कूल में परीक्षा देने पहुंची लेकिन वहां उसकी नोजपिन व कंगन उतरवाने के आदेश दिए गए, इसके बाद ही उन्हें अंदर जाने की अनुमति मिली।

- किरमारा गांव निवासी रीना ने बताया कि उन्होंने पिछली बार भी परीक्षा दी थी। लेकिन इस बार गृहजिला में परीक्षा दी तो काफी राहत मिली है। न तो बसों में जाना पड़ा और ना ही एक दिन पहले परीक्षा के लिए निकलना पड़ा।

- सरिता अपने देवर श्रवण के साथ शहर में एक निजी स्कूल में एचटेट की परीक्षा देने पहुंची। सरिता ने बताया कि वह कई परीक्षाएं दे चुकी है। लेकिन एचटेट की परीक्षा में आने-जाने में काफी राहत मिली है। क्लर्क परीक्षा के दौरान महिलाओं को खड़े होकर सफर करना पड़ा था।


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