तय हो चुका था रिश्ता, शादी के कुछ महीने पहले ही युवती ने दिया बच्ची को जन्म
22 साल की एक अविवाहिता ने चार दिन पहले निजी अस्पताल में बच्ची को जन्म दिया है। शादी से पहले ही युवती की मां बनने पर परिवार के लोग सदमे में हैं। जानें क्या है पूरा मामला।
हिसार, जेएनएन। शहर की एक युवती का रिश्ता तय हो चुका था। कुछ महीने बाद शादी भी होने वाली थी। परिवार के लोग शादी की तैयारियों में जुटने ही वाले थे कि इससे पहले ही कहानी में ऐसा मोड़ आया कि जिसपे यकीन कर पाना मुश्किल हो रहा है। 22 साल की एक अविवाहिता ने चार दिन पहले निजी अस्पताल में बच्ची को जन्म दिया है। शादी से पहले ही युवती की मां बनने पर परिवार के लोग सदमे में हैं। युवती की तबीयत भ्ाी ठीक नहीं है और स्वाइन फ्लू की आशंका के कारण उसे एक निजी अस्पताल में दाखिल कराया गया है।
शहर की एक कालोनी के बुजुर्ग ने बताया कि उसकी बेटी छह महीने पहले बीमार हो गई थी। बेटी को उल्टी होने लगी थी। वह उसको एक डाक्टर के पास ले गए थे। तब डाक्टर ने बेटी में खून की कमी बताकर दवा दे दी। उसके बाद बेटी का वहीं से इलाज शुरू करवा दिया गया। बुजुर्ग ने बताया कि शुक्रवार की रात उसकी बेटी की तबीयत अचानक से ज्यादा खराब हो गई। वे उसे एक निजी अस्पताल में ले गए तो डाक्टरों ने चेकअप के बाद बताया कि उनकी बेटी गर्भवती है। यह सुनकर परिवार के सदस्य दंग रह गए। डाक्टर ने उसे तुरंत दाखिल कर लिया। जहां बेटी ने एक बच्ची को जन्म दिया।
बुजुर्ग ने बताया कि उन्होंने अपनी बेटी का रिश्ता हिसार के ही एक युवक से तय कर दिया था। दोनों परिवारों में युवक-युवती की शादी दिवाली के पास करने का फैसला हुआ था। वह युवक अब अपने पतृक गांव चला गया है। हो न हो उसकी बेटी मंगेतर से ही गर्भवती हो गई। हमें इस बात की भनक नहीं लगी। न बेटी ने बताया और न ही उसके मंगेतर ने। युवती के पिता ने बताया हम सेहत ठीक होने पर बेटी की शादी कर उसे ससुराल भेज देंगे।
बच्ची गोद लेने के लिए संपर्क करने में जुटे कुछ लोग
युवती द्वारा बच्ची को जन्म देने की बात मुहल्ले के कुछ लोगों को पता लग गई है। बेटी के इच्छुक कुछ लोगों ने तो बच्ची गोद लेने के लिए संबंधित परिवार से संपर्क करना शुरू कर दिया है। संपर्क करने वालों को उम्मीद है कि बच्ची उनको गोद मिल जाएगी। लोग बच्ची गोद लेने के लिए भरसक प्रयास कर रहे हैं। युवती के पिता का कहना है कि हम नवजात को किसी को गोद नहीं देंगे। एक एनजीओ के पदाधिकारी परिवार की मदद कर रहे हैं।