पंजाब विधानसभा चुनाव की आहट के साथ सियासी दलों का फिर डेरा सच्चा सौदा की ओर रुख
सिरसा डेरा में रविवार को नामचर्चा कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस मौके पर पंजाब के फाजिल्का जिला की बलुआना आरक्षित सीट से शिरोमणि अकाली दल व बसपा प्रत्याशी हरदेव मेघ गोबिंदगढ़ भी अपने साथियों के साथ डेरा में पहुंचे।
जागरण संवाददाता, सिरसा : पंजाब विधानसभा चुनाव की आहट के साथ ही एक बार फिर से राजनीतिक दलों की रूख डेरा सच्चा सौदा की ओर हो गया है। इन दिनाें डेरा के दूसरे संत सतनाम सिंह का जन्म महीना चल रहा है। रविवार को डेरा में नामचर्चा कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस मौके पर पंजाब के फाजिल्का जिला की बलुआना आरक्षित सीट से शिरोमणि अकाली दल व बसपा प्रत्याशी हरदेव मेघ गोबिंदगढ़ भी अपने साथियों के साथ डेरा में पहुंचे। इस मौके पर पत्रकारों से रूबरू होते हुए हरदेव मेघ ने कहा कि डेरा सच्चा सौदा परमार्थी व लोक भलाई के काम करने वाली संस्था है। डेरा प्रमुख गुरमीत सिंह लोगों को कुरीतियों से दूर रहने का संदेश देते है। गुरु ग्रंथ साहिब की बेअदबी मामले में हरदेव मेघ ने कहा कि डेरा प्रेमियों पर लगाए गए आरोप झूठे हैं। डेरा प्रेमी ऐसी घटना को अंजाम नहीं दे सकते। बाहर की एजेंसियां ऐसा कर रही है।
--आने वाले दिनों में डेरे में राजनीतिज्ञों का जमघट बढ़ सकता है। 25 जनवरी को शाह सतनाम सिंह के जन्मदिन पर बड़ा कार्यक्रम होना है। इस दिन भंडारा होगा, जिसमें बड़ी तादाद में डेरा अनुयायियों के भाग लेने की संभावना है। पंजाब में डेरा का अच्छा प्रभाव है। इसके साथ ही उत्तरप्रदेश के कुछ जिलों में भी डेरा अनुयायी है। विधानसभा चुनाव के समय यूपी के नेता भी डेरा का रूख कर सकते हैं।
--पंजाब विधानसभा चुनाव में डेरा निर्णायक भूमिका निभा सकता है। डेरा का राजनीतिक विंग चुनाव से जुड़े फैसला लेता है। डेरा अनुयायी उस फैसले को गुप्त तरीके से रखते हैं और ऐन मौके पर खुलासा किया जाता है। बेशक डेरा प्रमुख गुरमीत सिंह पिछले चार सालों से सुनारिया जेल में बंद है परंतु इसके बावजूद डेरा का प्रभाव कम नहीं हुआ है। डेरा में नामचर्चा कार्यक्रम लगातार जारी है। इस बार चुनाव में डेरा सच्चा सौदा किस राजनैतिक दल को समर्थन देगा यह तो वक्त बताएगा परंतु इतना जरूर तय है कि आने वाले दिनों में पंजाब के बड़े नेता सिरसा डेरा में नतमस्तक दिखाई देंगे।