रोडवेज में लागू नहीं हो रहे डब्ल्यूएचओ के नियम
पिछले दिनों सिरसा डिपो के कर्मचारी चंद्रशेखर व गत दिवस जींद डिपो के परिचालक सतपाल की मौत के लिए सीधे तौर पर विभाग के शीर्ष अधिकारी जिम्मेदार हैं। स्टैंड व बसों में शारीरिक दूरी की पालना नहीं की जाती। चालक व परिचालकों को मास्क सैनिटाइजर आदि उपलब्ध नहीं करवाए जा रहे हैं। दफ्तरों में जहां ग्रुप सी और डी के कर्मचारियों के लिए 50 फीसद हाजिरी सुनिश्चित की गई है और बैठने के लिए छह फीट की दूरी रखने के आदेश दिए गए हैं।
जागरण संवाददाता, हिसार : कोरोना महामारी के संक्रमण को रोकने के लिए विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) व सरकार की तरफ से नियम तय किए हुए हैं। रोडवेज कर्मचारी नेताओं ने उन नियमों के विभाग में लागू नहीं करने के आरोप लगा रहे है। रोडवेज कर्मचारी यूनियन के नेताओं ने नियमों को लागू करवा कर कर्मचारियों की सुरक्षा करने की मांग उठाई है।
हिसार डिपो की तालमेल कमेटी के नेताओं राजपाल नैन, रामसिंह बिश्नोई, राजकुमार चौहान, रमेश माल व अरुण शर्मा ने संयुक्त बयान जारी कर रोडवेज अधिकारियों पर कर्मचारियों की सुरक्षा को लेकर लापरवाही बरतने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि पिछले दिनों सिरसा डिपो के कर्मचारी चंद्रशेखर व गत दिवस जींद डिपो के परिचालक सतपाल की मौत के लिए सीधे तौर पर विभाग के शीर्ष अधिकारी जिम्मेदार हैं। स्टैंड व बसों में शारीरिक दूरी की पालना नहीं की जाती। चालक व परिचालकों को मास्क, सैनिटाइजर आदि उपलब्ध नहीं करवाए जा रहे हैं। दफ्तरों में जहां ग्रुप सी और डी के कर्मचारियों के लिए 50 फीसद हाजिरी सुनिश्चित की गई है और बैठने के लिए छह फीट की दूरी रखने के आदेश दिए गए हैं। वहीं इसके विपरीत बसों में पूरी क्षमता के साथ सवारियां बैठाने के आदेश दिए गए हैं, जिसके कारण चालक व परिचालकों में कोरोना महामारी फैलने का खतरा सबसे ज्यादा है।