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Weather News: मानसून ने तोड़ा 23 साल का रिकार्ड, हरियाणा के 14 शहरों में 500 एमएम से अधिक बारिश

मानसून की बारिश ने पिछले 23 वर्ष का रिकार्ड तोड़ा है हालांकि अभी मानूसन गुजरने में समय है ऐसे में आगे और भी रिकार्ड टूट सकते हैं। प्रदेश में के 14 शहरों में 500 मिलीमीटर से अधिक बारिश अभी तक हाे चुकी है। जिसमें सर्वाधिक सोनीपत जिला में हुई है।

By Manoj KumarEdited By: Published: Wed, 15 Sep 2021 12:49 PM (IST)Updated: Wed, 15 Sep 2021 12:49 PM (IST)
Weather News: मानसून ने तोड़ा 23 साल का रिकार्ड, हरियाणा के 14 शहरों में 500 एमएम से अधिक बारिश
मानसून में इस बार हरियाणा में ओवरआल सामान्य से 21 फीसद अधिक बारिश

वैभव शर्मा, हिसार। इस बार के दक्षिण पश्चिम मानसून की बारिश ने पिछले 23 वर्ष का रिकार्ड तोड़ा है, हालांकि अभी मानूसन गुजरने में समय है, ऐसे में आगे और भी रिकार्ड टूट सकते हैं। प्रदेश में के 14 शहरों में 500 मिलीमीटर से अधिक बारिश अभी तक हाे चुकी है। जिसमें सर्वाधिक सोनीपत जिला में 856 मिलीमीटर बारिश हुई है। सिर्फ सोनीपत ही नहीं बल्कि गुरुग्राम में 717 एमएम, झज्जर में 711.1 एमएम, पानीपत में 639.8 एमएम बारिश दर्ज की गई है। इससे पहले 1998 में दक्षिण पश्चिम मानसून के दौरान सामान्य से 39.6 फीसद बारिश दर्ज की गई थी। इसके बाद 1999 से लेकर 2020 तक तो कई वर्षों तक सामान्य से कम व सामान्य के बराबर बारिश दर्ज की गई थी।

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इस बार मानसून ने अपनी चाल बदली और प्रदेश को खूब बारिश दी है। जिन जिलों में अधिक बारिश है उनके नाम इसलिए रिकार्ड दर्ज है क्योंकि यहां सामान्य बारिश 300 से 400 मिलीमीटर के आसपास होती है। जबकि इस बार के दक्षिण पश्चिम मानसून के सीजन में सर्वाधिक बारिश वाले जिले बनकर यह उभरे हैं। सिर्फ यह जिले नहीं बल्कि अन्य जिलों में भी यही हाल है। इसका फसलों पर प्रभाव एक अलग स्थिति है मगर बारिश मानसून की सक्रियता के कारण प्रदेश को भरपूर मिली है।

सामान्य से कितने फीसद अधिक बारिश

झज्जर- 99

फतेहाबाद- 74

सोनीपत- 71

कैथल- 70

पिछले वर्ष दक्षिण पश्चिम मानसून में जिलों की स्थिति

झज्जर- 3 फीसद कम

फतेहाबाद- 2 फीसद अधिक

सोनीपत- 11 फीसद कम

कैथल- 35 फीसद अधिक

नोट- बारिश के आंकड़ों की तुलना सामान्य बारिश से की गई है।

पिछले 23 वर्षों में दक्षिण पश्चिम मानसून की स्थिति

1998- 39.6

1999- -20.7

2000- -14.8

2001- -6.6

2002- -37.8

2003- 20.3

2004- -24

2005- 1.3

2006- -38.2

2007- -33.1

2008- 14.1

2009- -38.2

2010- 20.9

2011- -18.8

2012- -39.6

2013- -23

2014- -56.5

2015- -38

2016- -26.8

2017- -25.7

2018- -9.7

2019- -42

2020- -14.2

2021- 21

नोट- आंकड़े फीसद में हैं।

21 सितंबर तक रुक रुककर बारिश होने की संभावना

चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के कृषि मौसम विज्ञान विभाग के अध्यक्ष डा. मदन खिचड़ ने बताया कि हरियाणा में 21 सितंबर तक मौसम आमतौर पर परिवर्तनशील संभावित है। 15 से 17 सितंबर के बीच राज्य में कुछ एक स्थानों पर बारिश होने की संभावना है। वहीं 18 से 21 सितंबर के बीच ज्यादातर स्थानों पर गरज चमक के साथ बारिश होने की संभावना है।


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