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Weather News Haryana: दिन के वक्‍त झुलसा रही धूप, जानें मौसम विभाग का क्‍या है नया अपडेट

24 सितंबर तक मौसम परिवर्तनशील बना हुआ था। अब आमतौर पर मौसम साफ रहेगा। इसके साथ ही तापमान में हल्की गिरावट देखी जा सकती है। बुधवार को हुई बूंदाबांदी से मौसम में गिरावट दर्ज की गई है। मगर दिन में धूप सता रही है।

By Manoj KumarEdited By: Published: Thu, 24 Sep 2020 06:50 PM (IST)Updated: Thu, 24 Sep 2020 06:50 PM (IST)
Weather News Haryana: दिन के वक्‍त झुलसा रही धूप, जानें मौसम विभाग का क्‍या है नया अपडेट
सितंबर महीने में बीते सालों की तुलना में 60 फीसद कम बारिश हुई है।

हिसार, जेएनएन। मौसम कभी नरम तो कभी गर्म बना हुआ है। बुधवार को कहीं कहीं बूंदाबांदी होने से मौसम सुहाना रहा तो कहीं मौसम साफ रहा। गुरुवार को सुबह ही तेज धूप निकली और उमस बढ़ गई। मगर सुबह और रात के वक्‍त अब तापमान में गिरावट देखने को मिल रही है। दिन में धूप और उमस के कारण लोग परेशान हैं। बीते कई दिनों से सही से बारिश भी नहीं हुई है तो सितंबर का महीना बाकी सालों की तुलना में सूखा ही जा रहा है।

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बता दें कि प्रदेश में 26 जून को मानसून ने दस्तक दी थी। तब से लेकर अभी तक जून महीने को छोड़कर सभी महीनों में कम ही बारिश दर्ज की गई है। 24 सितंबर तक मौसम परिवर्तनशील बना हुआ था। अब आमतौर पर मौसम साफ रहेगा। इसके साथ ही तापमान में हल्की गिरावट देखी जा सकती है। बुधवार को हुई बूंदाबांदी से मौसम में गिरावट दर्ज की गई है। हिसार में अधिकतम तापमान 36.0 डिग्री सेल्सियस तो न्यूनतम तापमान 25.4 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया। देर सायं मौसम सुहाना हो गया, जिससे लोगों को राहत मिली।

अब मौसम आम दिनों की अपेक्षा अधिक साफ रहेगा। गौरतलब है कि दक्षिण-पश्चिम मानसून के सितंबर माह के आखिरी दिनों में वापस लौटने की संभावना बन रही है। हालांकि अभी तक वापसी को देखते हुए बड़े परिवर्तन नहीं दिखाई दे रहे हैं। प्रदेश में सामान्य तौर पर 434.1 मिलीमीटर बारिश होनी चाहिए थी, मगर अभी तक 374.1 मिलीमीटर ही बारिश हुई है।

बारिश कम होने का कारण

- मानसून की नमीयुक्त हवाएं जो अक्सर अरब सागर व बंगाल की खाड़ी से आती हैं, वह इस बार कम आईं।

- कई बार मानसून ब्रेक हुआ। मानसूनी टर्फ का हिमालय की तलहटियों में बार-बार चले जाना भी एक बड़ा कारण है।

- प्रदेश में साइक्लोनिक सर्कुलेशन का कम बनना भी वर्षा कम होने का एक बड़ा कारण रहा।


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