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मौसम ने बदली करवट, बूंदाबांदी से नवंबर के आखिर में होगा दिसंबर की सर्दी का एहसास

14 नवंबर को तेज हवा, गरज चमक के साथ विभिन्‍न क्षेत्रों में बूंदाबांदी के आसार है। इसके बाद मौसम में खुश्‍क होने के आसार कम हैं और ठंड बढ़ेगी।

By manoj kumarEdited By: Published: Tue, 13 Nov 2018 07:21 PM (IST)Updated: Wed, 14 Nov 2018 10:58 AM (IST)
मौसम ने बदली करवट, बूंदाबांदी से नवंबर के आखिर में होगा दिसंबर की सर्दी का एहसास
मौसम ने बदली करवट, बूंदाबांदी से नवंबर के आखिर में होगा दिसंबर की सर्दी का एहसास

जेएनएन, हिसार। मौसम ने करवट बदल ली है। मौसम विभाग के पूर्व अनुमान के अनुसार प्रदेश में कई जिलों में सोमवार की रात से ही बूंदाबांदी हो रही है। वहीं मंगलवार को भी हिसार समेत कई जिलों में छिटपुट बारिश हुई। वहीं बीते दो दिनों से उमस के कारण जहां मौसम में सर्दी कम महसूस हो रही थी वहीं मंगलवार की शाम ठंड ज्‍यादा हो गई। हरियाणा कृषि विश्‍वविद्यालय मौसम विशेषज्ञों के अनुसार आगामी दो दिनों में मौसम परिवर्तनशील बना रहेगा।

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14 नवंबर को तेज हवा, गरज चमक के साथ विभिन्‍न क्षेत्रों में बूंदाबांदी के आसार है। इसके बाद मौसम में खुश्‍क होने के आसार कम हैं और ठंड बढ़ेगी। ऐसे में दिसंबर की सर्दी का एहसास नवंबर महीने के आखिर में ही होने की संभावना है। हिसार जहां सोमवार को अधिकतम तापमान 30.1 डिग्री रहा वहीं न्‍यूनतम तापमान 13.0 डिग्री रहा। वहीं मंगलवार को शाम को बूंदाबांदी होने के कारण अधिकतम तापमान में एक डिग्री की गिरावट देखने को मिली।

पश्चिमी विक्षोभ के कारण बदली हवा

बता दें कि मौसम में बदलाव पश्चिमी विक्षोभ के कारण हुआ है। मौसम विशेषज्ञों के अनुसार पहाड़ी क्षेत्रों में हवा का दबाव बनने से पहाड़ी इलाकों में बर्फबारी होती है और इससे उत्‍तरी भारत के मैदानी इलाकों में शीत लहर चल पड़ती है। जिसके चलते हल्‍की या तेज बूंदाबांदी होने के साथ ठंड बढ़ जाती है।

किसानों को मौसम के अनुरूप सलाह

मौसम विशेषज्ञों के अनुसार आगामी दो से तीन दिन मौसम को देखते हुए ही किसान खेती का काम करें। जिन जगहों पर जीरी यानि धान की फसल है वहां बारिश को देखते हुए निकालने पर सावधानी बरतें। वहीं गेहूं की फसल बिजाई करने के दौरान भी मौसम को ध्‍यान में रखने की आवश्‍यकता है।


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