फिर बदली मौसम ने करवट, कहीं बूंदाबांदी तो कहीं छाए बादल, जानें आगे कैसा रहेगा मौसम
अचानक से गर्मी वातावरण होने से मच्छर-मक्खियों की भी भरमार होने लगी है जो संक्रामक बीमारियों को बढ़ावा दे सकते हैं। तापमान का यह उतार-चढ़ाव बीमारियों को निमंत्रण दे रहा है
हिसार, जेएनएन। पहले लंबी सर्दी और अब एक दम से मौसम में गर्मी और एक बार फिर बूंदाबांदी का मौसम बनना बढ़ जाना स्वास्थ्य के लिए नुकसानदायी है। सोमवार को कुछ जगहों पर हल्की बूंदाबांदी रही तो वहीं कुछ जगहों पर बादल छाए रहे। पिछले कुछ दिनों में ही मौसम ने बार-बार करवट बदली है। तापमान में इजाफा हो चला है और दोपहर के समय लोगों को गर्मी का अहसास होने लगा है। गर्म वस्त्रों से भी लोगों ने किनारा करना शुरू कर दिया है। वहीं दिन के साथ-साथ रात का तापमान भी ऊपर-नीचे होने लगा है। मौसम में हो रहा यह बदलाव स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकता है। चिकित्सकों की मानें तो इन दिनों मौसम में हो रहे बदलाव के बीच सेहत के प्रति सजग रहने की जरूरत है।
इस मौसम में जरा सी लापरवाही सेहत पर भारी पड़ सकती है। वहीं, मौसम के बदलते मिजाज के चलते विभिन्न अस्पतालों में वायरल फीवर के रोगी भी बढ़ चले हैं। अचानक से गर्मी वातावरण होने से मच्छर-मक्खियों की भी भरमार होने लगी है, जो संक्रामक बीमारियों को बढ़ावा दे सकते हैं। तापमान का यह उतार-चढ़ाव बीमारियों को निमंत्रण दे रहा है। चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के कृषि मौसम विभाग के अनुसार प्रदेश में 26 मार्च तक मौसम परिवर्तनशील रहेगा।
सोमवार को आसमान में बादल छाने के अलावा कहीं-कहीं हवाओं के साथ छिटपुट बूंदाबांदी की संभावना है। प्रदेश में एक दो जगहों पर बूंदाबांदी के साथ आंधी भी आ सकती है। वैज्ञानिकों के अनुसार मैदानी क्षेत्रों में तेज हवाएं चलती रहेंगी और इनके पूर्वी भारत की ओर बढऩे के आसार हैं। इससे पहले रविवार को दिन में कभी आमतौर पर धूप निकली रही और दोपहर बाद आसमान में रूक-रूक कर बादल छाते रहे। अधिकतम तापमान 30.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वहीं न्यूनतम तापमान 14 डिग्री सेल्सियस रहा।
अस्पतालों में बढ़े मरीज
मौसम में परिवर्तन का असर लोगों के स्वास्थ्य पर भी पड़ रहा है। सिविल अस्पताल में बाल रोग विशेषज्ञ डा. जसबीर परमार ने बताया कि अस्पताल में इन दिनों 150 से अधिक मरीज खासी-जुकाम व बुखार आदि बीमारियों के पहुंच रहे हैं। हालांकि उनका उपचार किया जा रहा है। अन्य अस्पतालों में भी मरीज बढ़ रहे हैं। चिकित्सकों का कहना है कि इन दिनों सावधानी बरत कर सामान्य बीमारियों से बचाव किया जा सकता है। इन दिनों मक्खी मच्छरों की संख्या में अचानक वृद्धि होने से भी बीमारियों में वृद्धि हो सकती है।
मौसम में गर्मी से खिले किसानों के चेहरे, बूंदाबांदी से बढ़ी चिंता
पिछले कुछ दिनों से मौसम में अचानक से गर्मी बढऩे से किसानों के चेहरों पर भी खुशी साफ नजर आ रही है। इस बार सर्दी लंबे समय तक बनी रहने से गेहूं की फसल में अच्छी बढ़वार हुई है। ऐसे में गेहूं का उत्पादन भी बेहतर होने का अनुमान लगाया जा रहा है। कृषि उप निदेशक डा. रोहताश सिंह का कहना है कि फसल में फुटाव तो पूरा हो चुका है अब फसल का पकाव होने का समय है। तापमान में इजाफा होने से गेहूं की फसल के साथ ही अन्य रबी फसलों को भी फायदा होगा। मगर अब बूंदाबांदी के आसार बनने से लोगों में चितां बनी हुई है।
सरसों की कटाई हो चुकी है शुरू
उधर, तापमान में बढ़ोतरी के साथ ही सरसों की कटाई का कार्य भी शुरू हो गया है। प्रदेशभर में किसानों को इन दिनों सरसों की कटाई में व्यस्त देखा जा रहा है। जबकि अगले महीने में गेहूं की कटाई भी शुरू होने की संभावना जताई जा रही है।