Weather Alert: मौसम विभाग का अलर्ट, इन दिनों में हो सकती है बारिश, किसानों को दी ये सलाह
भारत मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार मानसून पीरियड यानि एक जून से 30 सितंबर तक माना जाता है। मगर मानसून 8 अक्टूबर तक रहा। इस दौरान हरियाणा राज्य में तापमान सामान्य से 30 फीसद ज्यादा बारिश दर्ज हुई है।
जागरण संवाददाता, हिसार। मानसून की वापसी के बाद अब मौसम आमतौर पर 14 अक्टूबर तक परिवर्तनशील रहने की संभावना है। इस दौरान एक कमजोर पश्चिमीविक्षोभ के आंशिक प्रभाव के कारण राज्य में 12 अक्टूबर रात्रि को उत्तर पाश्चिमी क्षेत्र में कुछ एक स्थानों पर गरजचमक व हवा के साथ छिटपुट बूंदाबांदी होने की भी संभावना है।
राज्य में शुक्रवार को दक्षिण पश्चिमी मानसून की वापिसी होनी शुरू हो गई है। आमतौर पर मानसून 25 सितंबर के आसपास लौटता है मगर इस बार 13 दिन की देरी से मानसून लौट रहा है। जबकि पिछले वर्ष मानसून की वापिसी राज्य से 30 सितम्बर को हुई थी। इस वर्ष मानसून राज्य के उत्तरी हिस्से में 13 जून 2021 को प्रवेश किया मगर पूर्ण रूप से राज्य में 13 जुलाई को सक्रिय हुआ।
सुबह के समय धुंध दिख रही है धुंध
भारत मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार मानसून पीरियड यानि एक जून से 30 सितंबर तक माना जाता है। मगर मानसून 8 अक्टूबर तक रहा। इस दौरान हरियाणा राज्य में सामान्य से 30 फीसद ज्यादा बारिश दर्ज हुई है। इस दौरान राज्य में बारिश 571.3 मिलीमीटर हुई जो सामान्य बारिश 438.6 मिलीमीटर से 30 फीसद अधिक है। मानसून की वापसी के साथ ही मौसम में परिवर्तन दिखने लगा है। सुबह के समय धुंध भी देखने को मिल रही है। इसके साथ ही हल्की-हल्की गर्मी का समय कम होता जा रहा है।
विभिन्न महीनों में कितनी हुई बारिश
जुलाई में राज्य में बारिश (253.1 मिलीमीटर) जो सामान्य (155.3 मिलीमीटर) से 68 फीसद ज्यादा बारिश, अगस्त मास में राज्य में बारिश 81.9 मिलीमीटर हुई जो सामान्य बारिश (157.2 मिलीमीटर) से 48 फीसद कम हुई। सितम्बर में बारिश 187.5 मिलीमीटर हुई जो सामान्य 78.6 मिलीमीटर से 139 फीसद ज्यादा बारिश दर्ज की गई। अक्टूबर के प्रथम सप्ताह में 9.6 मिलीमीटर बारिश हुई। जबकि इस सप्ताह में सामान्य बारिश 3.7 मिलीमीटर ही होती है।
इन जिलों में अधिक हुई बारिश
हरियाणा राज्य में मानसून की बारिश वर्ष 2003 (620 मिलीमीटर) के बाद सबसे अधिक बारिश इस वर्ष 2021 में 571.3 मिलीमीटर दर्ज की गई है। भारत मौसम विज्ञान विभाग के आंकड़ों का अध्ययन करे तो इस वर्ष मानसून की सबसे अधिक बारिश राज्य के पांच जिलों में सामान्य से बहुत अधिक जिनमें झज्जर 102 फीसद अधिक, फतेहाबाद में 89 फीसद अधिक, सोनीपत में 84 फीसद अधिक, कैथल में 80 फीसद अधिक व हिसार में 79 फीसद अधिक बारिश दर्ज की गई। जबकि नौ जिलों में सामान्य से ज्यादा, छह जिलों में सामान्य बारिश परन्तु दो जिलों पंचकूला (44 फीसद कम) व अम्बाला में 30 फीसद कम तथा राजधानी चंडीगढ़ में 29 फीसद सामान्य से कम बारिश दर्ज की गई।