जल संरक्षण : भूजल की स्थिति में होगा सुधार, बहादुरगढ़ में सरकारी स्कूलों में लगवाए रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम
एक साल के अंदर ही संस्था ने आसपास के 20 से ज्यादा घरों व पांच सरकारी स्कूलों में रेन वाटर हार्वेस्टिंग लगवाए हैं। संस्था की प्रेरणा से खुद विधायक राजेंद्र जून ने भी अपने सेक्टर दो स्थित मकान पर यह सिस्टम लगवाया है।
बहादुरगढ़, जागरण संवाददाता। बारिश की हर बूंद कीमती है। इसे सहेजकर हम लाखों लीटर पानी हर साल संरक्षित कर सकते हैं। भूजल स्तर बढ़ाने के लिए इससे बढ़िया और सस्ता काम कोई नहीं है। हम रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम लगाकर बारिश की बूंदों को सहेज सकते हैं। बारिश की हर बूंद का संचय करने के लिए बहादुरगढ़ के सिविल काउंसिल आफ एजूकेशन एंड पीस नामक संस्था क्षेत्र में दो साल से लाेगों को जागरूक कर रही है। लोगों को रूफटाप रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम लगाने के लिए प्रेरित कर रही है।
150 वर्ग फीट की छत से बारिश के दौरान एक लाख लीटर से ज्यादा पानी की हो सकती है बचत
एक साल के अंदर ही संस्था ने आसपास के 20 से ज्यादा घरों व पांच सरकारी स्कूलों में रेन वाटर हार्वेस्टिंग लगवाए हैं। संस्था की प्रेरणा से खुद विधायक राजेंद्र जून ने भी अपने सेक्टर दो स्थित मकान पर यह सिस्टम लगवाया है और वे लोगों को जागरूक भी कर रहे हैं। रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम को घरों में पहले से मौजूद बोरवेल व सबमर्सीबल से जोड़ा जाता है और बरसात के दौरान बारिश की हर बूंद से भूजल को रिचार्ज करने का काम किया जाता है। इससे न केवल भूजल की स्थिति सुधरती है बल्कि लगातार बारिश का मीठा पानी जमीन में जाने से संबंधित क्षेत्र का पानी में खारापन यानी टीडीएस लेवल भी ठीक होता है।
रेन वाटर हार्वेस्टिंग लगवाने के लिए लोगों को जागरूक किया
सिविल काउंसिल आफ एजुकेशन एंड पीस के संयोजक मास्टर सुधीर कुमार ने बताया कि संस्था भूजल विशेषज्ञों के साथ मिलकर लोगों को जल संरक्षण के प्रति जागरूक कर रही है। इसमें लोगों की मदद से बारिश की बूंदें सहेजने का काम किया जा रहा है। सुधीर कुमार ने बताया कि जल संकट बढ़ रहा है। ऐसे में हमें समय रहते जल का संरक्षण करना बहुत जरूरी है। इसी के चलते उन्होंने लोगों को पानी बचाने के लिए जागरूक करने का काम जुलाई 2020 में शुरू किया था। कोरोना के दौरान लोग अपने घरों में ही रहते थे। ऐसे में उनके पास भी कोई काम ज्यादा नहीं था। इसी के चलते मैंने लोगों को बारिश की हर बूंद को सहेजने के लिए लोगों को जागरूक करना शुरू किया। उन्होंने भूजल विशेषज्ञों की टीम के साथ मिलकर रूफ टाप रेन वाटर हार्वेस्टिंग लगवाने के लिए लोगों को जागरूक किया।
बारिश अच्छी हो तो एक लाख लीटर पानी का हो सकता है बचत
मास्टर सुधीर कुमार ने बताया कि लगभग डेढ़ सौ वर्ग फीट एरिया की छत से अच्छी बारिश के दौरान एक लाख लीटर से अधिक बारिश का पानी बचाया जा सकता है। बहादुरगढ़ में उन्होंने 20 घरों में ये सिस्टम लगवाया। इन घरों में करीब चार हजार वर्ग फीट एरिया छत का पड़ता है, जिससे बारिश के दौरान 20 लाख लीटर पानी बचाया जा सकता है। इस सिस्टम को लगवाने के लिए 12 से 15 हजार रुपये का खर्च आता है, मगर हम यह खर्च बेशकीमती पानी की बचत करते हैं। संस्था ने अजुध्या प्रसाद चेरिटेबल ट्रस्ट के माध्यम से पांच सरकारी स्कूलों में भी बच्चों को जल संरक्षण के प्रति जागरूक करने के लिए रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम लगाए हैं। मास्टर सुधीर कुमार ने दावा किया 20 लाख लीटर पानी की बचत होती है तो इतने पानी से 36 हजार से ज्यादा लोगों की एक दिन की पानी की आवश्यकताओं को पूरा किया जा सकता है। जनस्वास्थ्य विभाग के जेई दलबीर देशवाल ने बताया कि जल संरक्षण समय की मांग की है। संस्था लोगों को रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम लगाने के प्रति जागरूक कर रही है, यह बहुत ही सराहनीय काम है। इस तरह अन्य संस्थाओं को भी आगे आना चाहिए।