Waste Management: हरियाणा में कचरे से शहरों में बनेगी बिजली, सभी नगर निगम क्षेत्रों में लगेंगे प्लांट
हरियाणा के शहरों में कचरे से बिजली बनाई जाएगी। सभी नगर निगम क्षेत्रों में इसके लिए प्लांट लगाए जाएंगे। जिससे ना सिर्फ कचरे का प्रबंधन होगा ब्लकि बिजली भी बनाई जाएगी। फिलहाल हरियाणा में 11 नगर निगम हैं।
अरुण शर्मा, रोहतक। हरियाणा के शहरों को कचरामुक्त बनाने की कवायद शुरू हो गई है। जल्द ही प्रदेश के सभी नगर निगमों में लगे सालिडवेस्ट मैनेजमेंट प्लांट में पड़े कचरे का निष्पादन अलग तरीके से होगा। कचरे को पूरी तरह से खत्म करने के लिए सभी प्लांट या फिर उनके निकट बिजली बनाने के संयंत्र लगेंगे। इससे कचरा निस्तारण में आसानी होगी। कचरे से बनने वाली बिजली से ही प्लांट संचालन होगा। वहीं, कचरे को एनर्जी में बदलने की प्रक्रिया के दौरान आखिरी चरण में सिर्फ राख बचेगी इसे किसानों को खेती करने के लिए मुफ्त में दिया जाएगा।
कचरे से खाद बनाने वाले प्लांट का जल्द होगा संचालन
फिलहाल हरियाणा में 11 नगर निगम हैं। शहरी स्थानीय निकाय विभाग के मुख्य नगर योजनाकार केके वार्ष्णेय ने सरकार की योजना बताते हुए कहा कि गुरुग्राम में कचरे से खाद बनाने का प्लांट लग चुका है। सोनीपत नगर निगम क्षेत्र में पांच मेगावाट क्षमता वाले प्लांट लगने के बाद संचालन हो चुका है। गुरुग्राम में प्लांट लग चुका है, जल्द ही संचालन की योजना है। अभी जिन नगर निगमों में प्लांट नहीं लगे हैं वहां के लिए जल्द टेंडर की प्रक्रिया शुरू होगी। कुछ नगर निगम क्षेत्रों में अभी प्लांट के लिए जमीन चिह्नित होना शेष है। इस वजह से प्लांट लगाने की प्रक्रिया धीमी है। रोहतक नगर निगम के लिए सुनारियां गांव के निगम बने सालिडवेस्ट मैनेजमेंट प्लांट में बिजली बनाने के प्लांट को लगाने के लिए इसी सप्ताह टेंडर होंगे।
रोहतक में पर्याप्त जमीन, 10-10 एकड़ जमीन चाहिए
प्रदेश में रोहतक के अलावा हिसार, पानीपत, अंबाला, सोनीपत, चंडीगढ़, फरीदाबाद, गुरुग्राम, यमुना नगर, करनाल, मानेसर नगर निगम हैं। रोहतक निगम क्षेत्र के सुनारिया गांव में 39 एकड़ जमीन में सालिडवेस्ट मैनेजमेंट प्लांट स्थापित किया। साल 2016 से संचालित इसी प्लांट में कचरे से बिजली बनाने की प्रक्रिया शुरू होगी। रोहतक निगम के पास पर्याप्त जमीन है। टेंडर के दौरान प्रत्येक शहर में कचरा और प्लांट की क्षमता के हिसाब से नियम व शर्तें तय की जाएंगी। वहीं, रोहतक में साल 2017 में कचरे से बिजली बनाने की प्रक्रिया शुरू हुई थी। हालांकि योजना पर काम शुरू होने से पहले ही प्लांट में आग लग गई थी। इस प्लांट में 17 बार आग लगी थी।
प्लांट में कचरे से बनेगी बिजली
शहरी स्थानीय निकाय विभाग के मुख्य नगर योजनाकार केके वार्ष्णेय ने कहा कि हरियाणा के 13 क्लस्टर में बांटकर कचरे से बिजली बनाने का कार्य होगा। जहां जितना कचरा है उसके निस्तारण के लिए उसी हिसाब से प्लांट लगाने की प्रक्रिया होगी। प्लांट में कचरे से बिजली बनेगी। जो बिजली अतिरिक्त होगी उसे वापस बिजली निगम को दिया जाएगा। इससे भी प्लांट संचालन करने वाली एजेंसियों को राजस्व की बचत हो सकेगी।