Ellenabad ByPoll: उपचुनाव में गढ़ भेदने और बचाने के लिए तगड़ी जंग, धनतेरस वाले दिन होगा विधायक का फैसला
ऐलनाबाद इनेलो का गढ़ रहा है। यहां से पूर्व विधायक भागीराम पांच बार विधायक रह चुके हैं तो इनेलो सुप्रीमो औम प्रकाश चौटाला दाे बार सुशील इंदौरा एक बार तथा अभय सिंह चौटाला दो बार विधायक रह चुके हैं। इस सीट पर तीसरी बार उपचुनाव हो रहा है।
सिरसा, जागरण संवाददाता। सिरसा के ऐलनाबाद उपचुनाव को लेकर मतदान की घड़ी आ चुकी है। चुनाव मैदान में 19 प्रत्याशी डटे हुए हैं। मुख्य मुकाबला इनेलो के अभय सिंह, सत्ताधारी भाजपा जजपा गठबंधन के गोबिंद कांडा और कांग्रेस के पवन बैनीवाल के बीच है। उपचुनाव में ऐलनाबाद विधानसभा क्षेत्र के 211 बूथों पर एक लाख 85 हजार 873 मतदाता वोट डालेंगे। मतदान प्रक्रिया सुबह सात बजे शुरू हुई, जोकि शाम छह बजे तक चलेगी।
ऐलनाबाद इनेलो का गढ़ रहा है। यहां से पूर्व विधायक भागीराम पांच बार विधायक रह चुके हैं तो इनेलो सुप्रीमो औम प्रकाश चौटाला दाे बार, सुशील इंदौरा एक बार तथा अभय सिंह चौटाला दो बार विधायक रह चुके हैं। इस सीट पर तीसरी बार उपचुनाव हो रहा है। पहले हुए दो उपचुनाव में इनेलो विजयी रही है। इनेलो के इस अभेद माने जाने वाले गढ़ को भेदने के लिए जहां वर्ष 2014 व 2019 में भाजपा ने पवन बैनीवाल को मैदान में उतारा था । दोनों ही चुनाव में उन्होंने अभय सिंह को कड़ी टक्कर दी परंतु जीत दर्ज नहीं कर पाए।
भाजपा ने विधायक गोपाल कांडा के छोटे भाई गोबिंद कांडा पर दाव खेला
अब अभय सिंह के किसानों के समर्थन में इस्तीफा दिये जाने के बाद फिर से उपचुनाव हो रहा है परंतु इस बार पवन बैनीवाल भाजपा की बजाय कांग्रेस की ओर से चुनावी मैदान में है। इस बार भाजपा ने सिरसा के विधायक गोपाल कांडा के छोटे भाई गोबिंद कांडा पर दाव खेला है। दो जाट नेताओं के बीच वैश्य समाज के प्रत्याशी को लाकर नए समीकरण बैठाने का प्रयास किए गए हैं इसके साथ ही इस चुनाव में भाजपा को जननायक जनता पार्टी, गोपाल कांडा की हलोपा के अलावा निर्दलीय विधायक चौ. रणजीत सिंह का भी समर्थन मिल रहा है। मुकाबला काफी रोचक हो रहा है। इस सियासी घमासान ने सभी दलों ने खूब दाव पेंच चले हैं ऐसे में देखना यह है कि भाग्य किसका साथ देगा।
ईवीएम सिरसा में सीडीएलयू में बनाए गए स्ट्रांग रूम में रखी जाएगी
मतदान के तुरंत बाद ईवीएम सिरसा में सीडीएलयू में बनाए गए स्ट्रांग रूम में रखी जाएगी। जहां दो दिनों तक कड़े पहरे में रहने के बाद दो नवंबर को मतगणना होगी। धनतेरस पर्व वाले दिन ऐलनाबाद के विधायक का नाम फाइनल होगा।