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वीएलडीए व ग्राम सचिवों ने करवाई 2.0 की परीक्षा, जिले के पांच ब्लॉक में 19959 विद्यार्थियों ने दी परीक्षा

टीचर एसोसिएशन नाराज फिर भी विभाग ने की मनमानी। कक्षा तीसरी से आठवीं कक्षा के लिए आयोजित की गई परीक्षा का आयोजन जिले के 386 स्कूलों में किया गया।

By Manoj KumarEdited By: Published: Sat, 07 Sep 2019 02:15 PM (IST)Updated: Sat, 07 Sep 2019 02:15 PM (IST)
वीएलडीए व ग्राम सचिवों ने करवाई 2.0 की परीक्षा, जिले के पांच ब्लॉक में 19959 विद्यार्थियों ने दी परीक्षा
वीएलडीए व ग्राम सचिवों ने करवाई 2.0 की परीक्षा, जिले के पांच ब्लॉक में 19959 विद्यार्थियों ने दी परीक्षा

जेएनएन, हिसार: जिले में शिक्षा विभाग की ओर से शुक्रवार को सक्षम 2.0 की परीक्षा का आयोजन किया गया। इस परीक्षा में शिक्षकों के साथ गैर शिक्षकों की ड्यूटी लगाई गई थी। परीक्षा में शिक्षकों के साथ ग्राम सचिवों और वीएलडीए की भी ड्यूटी लगाई गई। कक्षा तीसरी से आठवीं कक्षा के लिए आयोजित की गई परीक्षा का आयोजन जिले के 386 स्कूलों में किया गया। वहीं परीक्षा के संचालन के लिए जिला प्रशासन की ओर से डीपीसी कुलदीप सिहाग, सहायक डीपीसी सुरेंद्र, प्रदीप व डा. अनिल यादव, प्रोग्रामर मंजीत ग्रेवाल व एओ रविंद्र की ड्यूटी लगाई गई थी। परीक्षा में जिले से कुल 912 लोगों की डयूटी लगाई गई। जिसमें आधे शिक्षक स्कूलों से थे तो आधे शिक्षक आईटीआई, कालेज से लिए गए थे, वहीं कुछ लोगों को अन्य विभागों से भी लिया गया था। परीक्षा का आयोजन सुबह 8.30 बजे से दोपहर 12 बजे तक किया गया। शहर में पटेल नगर स्थित सरकारी हाई स्कूल, जहाजपुल स्थित सरकारी सीनियर सेकेंडरी स्कूल, गंगवा स्थित सरकारी स्कूल व लघु सचिवालय स्थित स्कूल में आयोजित की गई थी। जिले में आदमपुर, बरवाला, हिसार प्रथम, नारनौंद व उकलाना ब्लॉक से मिली जानकारी के अनुसार कुल 21743 परीक्षार्थियों में से 19959 परीक्षार्थियों ने परीक्षा दी।

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एसोसिएशन ने जताया विरोध

हरियाणा प्राइमरी टीचर एसोसिएशन के प्रवक्ता विनोद रोहिल्ला ने बताया कि इस परीक्षा को लेकर एसोसिएशन की ओर से विरोध जताया गया है। एसोसिएशन के राज्य प्रधान हरिओम राठी व राज्य महासचिव बलजीत पूनिया ने बताया कि जिला प्रशासन व शिक्षा विभाग को पहले ही इस बारे में विरोध जताया था। इसके बावजूद गैर शिक्षकों को लेकर परीक्षा का आयोजन करवाया गया। इस तरह से परीक्षा का आयोजन करवाना खानपापूर्ति है। बच्चे के आयु के स्तर के अनुसार उससे किस प्रकार से परीक्षा लेनी है। यह बात वही शिक्षक जान सकता है जिसने बाल शिक्षा मनोविज्ञान का अध्ययन किया है।


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