एचएयू में वर्चुअल कृषि मेला शुरू, 19 प्रगतिशील किसान हुए सम्मानित
जागरण संवाददाता हिसार चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय में मंगलवार को दो दिवसी
जागरण संवाददाता, हिसार : चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय में मंगलवार को दो दिवसीय वर्चुअल कृषि मेले का शुभारंभ हुआ। मेला में नई दिल्ली स्थित राष्ट्रीय कृषि अनुसंधान परिषद उप महानिदेशक (कृषि विस्तार) डा. एके सिंह बतौर मुख्य अतिथि उपस्थित रहे। कार्यक्रम की अध्यक्षता विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर समर सिंह ने की। मेले का मुख्य विषय फसल विविधिकरण रखा गया है। मुख्य अतिथि ने कहा कि हरियाणा में आज भी बहुत से किसान गेहूं-चावल की परम्परागत खेती कर रहे हैं। जिससे उनको खेती से अधिक आमदनी नहीं हो पा रही है। खेत से अधिक पैदावार व आमदनी के लिए हमें परम्परागत खेती छोड़कर कृषि विविधीकरण को अपनाना होगा। औद्योगीकरण एवं शहरीकरण के कारण कृषि योग्य भूमि कम होती जा रही है। किसानों को कृषि उत्पादन को बढ़ाने के लिए नई तकनीकों से अवगत कराने की आवश्यकता है। किसानों को विश्वविद्यालय द्वारा विकसित जीरो-टिलेज, लेजर लैवलिग, बैड प्लांटिग, ड्रिप व फव्वारा सिचाई पद्धति, बायो गैस प्लांट, वर्मी कम्पोस्टिग, हरी खाद आदि को अपनाने की आवश्यकता है। तभी किसानों की आय दोगुनी होगी। इस दौरान प्रदेशभर के 19 प्रगतिशील किसानों को कृषि विज्ञान केंद्रों पर सम्मानित भी किया गाय। इस दौरान विस्तार शिक्षा निदेशक डा. आरएस हुड्डा उपस्थित रहे।
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इन किसानों को किया गया सम्मानित
किसान- जिला- कार्य
शमसेर- अंबाला- एकीकृत खेती मॉडल
अजय कुमार- बावल- एकीकृत खेती सिस्टम
चंद्रभान- भिवानी- एकीकृत खेती सिस्टम
गोपी चंद रावत- फरीदाबाद- कृषि विविधिकरण सिस्टम
मनीष कुमार- फतेहाबाद- एकीकृत खेती सिस्टम
सिद्धार्थ महलान- झज्जर- डेयरी एवं जैविक खेती
इश्वर- जींद- जैविक खेती
राजबीर सिंह- कैथल- जैविक खेती
जगत सिंह- करनाल- जैविक खेती
सुरजीत सिंह- कुरुक्षेत्र- कृषि विविधिकरण सिस्टम एवं डीएसआर
बीर सिंह- मंडकोला- एकीकृत खेती सिस्टम
विक्रम- महेंद्रगढ़- एकीकृत खेती सिस्टम
सतपाल सिंह- पानीपत- फसल विविधिकरण
अभिषेक- रोहतक- मधुमक्खी पालन
मनोहर लाल- सदलपुर- फलों की नर्सरी
रमेश कुमार- सिरसा- वर्मी कंपोस्ट
सुमेर- सोनीपत- जैविक खेती
सुभाष- यमुनानगर- मधुमक्खी पालन
विक्रम सिंह- पंचकूला- एकीकृत खेती सिस्टम