सर्दियों में जानलेवा हो सकता है गैस गीजर का प्रयोग, संभलकर रहना जरूरी
बंद बाथरूम में गैस गीजर के इस्तेमाल से कार्बन मोनोऑक्साइड बन जाती है। जो व्यक्ति के लिए जहर का काम करती है। बताया कि बंद कमरे में अंगीठी के प्रयोग से भी उक्त गैस बनती है
रोहतक, जेएनएन। सर्दियों की शुरुआत होते ही घरों में पानी गर्म करने के लिए गीजर का प्रयोग शुरू हो गया है। बड़ी संख्या में लोगों को गीजर के सही तरीके से प्रयोग करने के बारे में जानकारी नहीं है। ऐसे में कई बार बड़े हादसे हो जाते हैं। उक्त बातें पीजीआइएमएस के वरिष्ठ चिकित्सक डा. ध्रुव चौधरी ने कही। डा. अंकुर अग्रवाल, डा. अंकित खुराना व डा. करण भूटानी ने कहा कि ऐसे घर जहां पर गैस गीजर का इस्तेमाल किया जाता है, वहां इसे इस्तेमाल को लेकर जागरुक रहना अति आवश्यक है।
बताया कि बंद बाथरूम में गैस गीजर के इस्तेमाल से कार्बन मोनोऑक्साइड बन जाती है। जो व्यक्ति के लिए जहर का काम करती है। बताया कि बंद कमरे में अंगीठी के प्रयोग से भी उक्त गैस बनती है और कमरे में सोने वालों के लिए यह जानलेवा बन जाती है। बताया कि किसी भी व्यक्ति को यदि गैस गीजर के प्रयोग से नहाने के दौरान सिर दर्द, उल्टी, मितली और चक्कर आना होते हैं तो वह तुरंत चिकित्सक से संपर्क करे। तुरंत चिकित्सकों से परामर्श न करने की दशा में व्यक्ति को लकवा और कोमा की स्थिति के साथ ही जान से भी हाथ धोना पड़ सकता है।
कैसे रहें सावधान
1. बर्नर और गीजर बाथरूम से बाहर लगवाएं और केवल गरम पानी की पाइपलाइन को बाथरूम में लेकर जाएं
2. लंबे समय के लिए बंद बाथरूम में गैस गीजर का प्रयोग ना करें
3. बाथरूम की खिड़कियां खुली रखें, एग्जॉस्ट फेन का प्रयोग करें एवं दरवाजा बाहर से खोलने की व्यवस्था रखें
4. यदि अंदर से व्यक्ति कोई जवाब नहीं दे रहा है तो तुरंत दरवाजा खोलकर या तोड़कर व्यक्ति को बाहर निकालें और मरीज को खुली हवा में लेकर जाएं