UPSC Result 2019: किसान ने कृषि कार्ड के लोन से पढ़ाया, बेटे मंदीप ने पास की यूपीएससी परीक्षा
दादरी के गांव गोपालवास निवासी किसान पालेराम के बेटे मंदीप पूनिया ने यूपीएससी की सिविल सेवा परीक्षा में पहले ही प्रयास में 682वीं रैंक प्राप्त कर क्षेत्र का नाम रोशन किया है।
बाढड़ा [पवन शर्मा] मन में हौसला हो तो किसी भी मंजिल को हासिल किया जा सकता है। बाढड़ा उपमंडल के गांव गोपालवास निवासी किसान पालेराम के बेटे मंदीप पूनिया ने यूपीएससी द्वारा आयोजित सिविल सेवा परीक्षा में पहले ही प्रयास में 682वीं रैंक प्राप्त कर क्षेत्र का नाम रोशन किया है। सिविल सर्विस परीक्षा में सफल होने के बाद मंदीप के आवास पर बधाई देने वालों का तांता लग गया। किसान पालेराम के बड़े बेटे मंदीप पूनिया ने बारहवीं कक्षा तक की पढ़ाई भारती स्कूल से ग्रहण की। उसके बाद दिल्ली के हिंदू कालेज से स्नातक कर आइआइटी दिल्ली में पढ़ाई की।
पिछले चार वर्षों से वह सिविल सर्विस परीक्षा की तैयारी कर रहा था। इस बीच दो बार हरियाणा सिविल सेवा की परीक्षा उत्तीर्ण की, लेकिन मैरिट सूची में जगह नहीं बना सका। अब मंदीप ने सिविल सर्विस परीक्षा उत्तीर्ण कर परिवार व क्षेत्र का नाम रोशन किया है। मंगलवार को परीक्षा परिणाम सूची में अपना नाम देखते ही मंदीप ने अपने मां-बाप को खेत से बुलाकर उनका आशीर्वाद लिया। मंदीप के चाचा पूर्व सरपंच नरेश गोपालवास ने बताया कि मंदीप शुरू से ही मेधावी विद्यार्थी रहा है। पढ़ाई के साथ समय मिलते ही वह खेत में जाकर काम में भी हाथ बंटवाता था।
केसीसी बनवा बेटे को पढ़ाया
गांव गोपालवास निवासी पालेराम अपने बेटे मंदीप की इस सफलता पर काफी गदगद नजर आए। उन्होंने बताया कि उनके दोनों बेटे पढ़ाई में काफी रूचि रखते हैं। एक बेटे के दिल्ली में पढऩे और दूसरे के एयरफोर्स की तैयारी के दौरान मात्र तीन एकड़ जमीन होने से उनके सामने आर्थिक संकट आना आम बात थी। जिस पर उन्होंने इस जमीन पर किसान क्रेडिट कार्ड बनवाया और बेटों की पढ़ाई जारी रखी। पहले छोटा बेटा एयरफोर्स में भर्ती हुआ और अब मंदीप ने सिविल सेवा परीक्षा उत्तीर्ण की है।
सांसद धर्मबीर ने दी बधाई
सांसद धर्मबीर ङ्क्षसह ने सिविल सेवा परीक्षा उत्तीर्ण करने वाले मंदीप पूनिया सहित सभी चयनित अभ्यर्थियों को बधाई दी है। उन्होंने कहा कि यह सुखद दौर है कि किसान के घर जन्म लेने वाले बच्चे अब बड़े अधिकारी बन रहे हैं। सभी युवाओं को इनके जीवन से प्रेरणा लेनी चाहिए।