रोहतक में अधिवक्ता की गाड़ी उठाने पर हंगामा, क्रेन चालक ने बार प्रधान पर किया चाकू से हमला
रोहतक में अधिवक्ता की गाड़ी उठाने पर विवाद हो गया। मामला इतना बढ़ा कि क्रेन चालक ने बार प्रधान पर चाकू से हमला कर दिया। नगर निगम के ठेकेदार की क्रेन ने उठा ली थी एक अधिवक्ता की कार। पता चलने पर पहुंचे थे बार प्रधान व अन्य अधिवक्ता।
जागरण संवाददाता, रोहतक। नो पार्किंग से अधिवक्ता की कार उठाने को लेकर सोमवार को बजरंग भवन फाटक के नजदीक जमकर हंगामा हुआ। सूचना मिलने पर बार प्रधान लोकेंद्र फौगाट समेत अन्य अधिवक्ता मौके पर पहुंचे। आरोप है कि क्रेन चालक और उसके साथियों ने जान से मारने की धमकी देते हुए बार प्रधान के साथ हाथापाई की और चाकू से वार भी किया। जिसमें वह मामूली रूप से जख्मी हो गए। काफी देर तक चले हंगामे के बाद अधिवक्ताओं ने ठेकेदार की क्रेन को कब्जा लिया और बार परिसर में लाकर खड़ी कर दी। साथ ही इस मामले को लेकर सिविल लाइन थाने में शिकायत दी है। उधर, ठेकेदार की तरफ से भी मारपीट व क्रेन छीनने का आरोप लगाते हुए थाने में शिकायत दी गई है।
नो पार्किंग में नहीं थी कार फिर भी उठा ले गए
दरअसल, दोपहर के समय अधिवक्ता प्रदीप जाखड़ की कार बजरंग भवन फाटक के पास खड़ी थी। इसी दौरान नगर निगम के ठेकेदार की क्रेन वहां पर पहुंच गई। क्रेन ने गाड़ी को उठा लिया और वहां से लेकर चलने लगे। तभी प्रदीप जाखड़ ने उन्हें बताया कि वह अधिवक्ता है और उनकी गाड़ी भी नो पार्किंग में नहीं थी, लेकिन क्रेन चालक और उसके साथियों ने एक नहीं सुनी और अभद्रता शुरू कर दी। बार प्रधान लोकेंद्र फौगाट और महासचिव दीपक हुड्डा भी वहां पहुंचे। उन्होंने क्रेन चालक और उसके साथियों को अपना परिचय दिया। फिर भी क्रेन चालक ने गाड़ी नहीं छोड़ी। यहां तक कि चालक ने अपने अन्य साथियों को भी फोन कर बुला लिया।
इसके बाद बार प्रधान समेत अन्य अधिवक्ताओं के साथ भी हाथापाई शुरू कर दी। बार प्रधान का आरोप है कि उन पर चाकू से हमले का भी प्रयास किया, जिसमें उनके हाथ पर लगा और वह मामूली जख्मी हो गए। बार प्रधान पर हमले का पता चला वहां बड़ी तादात में अधिवक्ता और दुकानदार पहुंच गए। इस बीच काफी देर तक हंगामा चला। सिविल लाइन थाना पुलिस भी मौके पर पहुंची और किसी तरह मामले को शांत कराया।
खुद क्रेन चलाकर लाए बार प्रधान
मामला इतना बढ़ गया कि क्रेन चालक को गाड़ी छोड़नी पड़ी। जिसके बाद अधिवक्ताओं ने उनकी क्रेन भी कब्जा ली। बार प्रधान खुद क्रेन को लेकर बार परिसर में पहुंचे। बार प्रधान का कहना था कि नगर निगम ने अपराधियों को इस तरह का ठेका दिया हुआ है, जो मनमर्जी से किसी की भी गाड़ी उठाकर ले जाते हैं। इस तरह की मनमर्जी किसी भी हालत में नहीं चलने दिया जाएगी।