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फैक्‍टरी में लगी आग पर काबू पाने में हो गई देर, दो शव मिले, और श्रमिकों के फंसे होने की आशंका

कूलर की फैक्टरी में शुक्रवार की शाम लगी आग पर काबू पाने में देर हो गई। अभी तक आग पूरी तरह बुझ भी नहीं पाई और दो श्रमिकों के शव मिले हैं। और श्रमिकों के फंसे होनेा का भी अंदाजा है।

By Manoj KumarEdited By: Published: Sat, 21 Sep 2019 10:53 AM (IST)Updated: Sat, 21 Sep 2019 05:44 PM (IST)
फैक्‍टरी में लगी आग पर काबू पाने में हो गई देर, दो शव मिले, और श्रमिकों के फंसे होने की आशंका
फैक्‍टरी में लगी आग पर काबू पाने में हो गई देर, दो शव मिले, और श्रमिकों के फंसे होने की आशंका

बहादुरगढ़, जेएनएन। आधुनिक औद्योगिक क्षेत्र के पार्ट-बी में स्थित कूलर की फैक्टरी में शुक्रवार की शाम लगी आग पर काबू पाने में देर हो गई। अभी तक आग पूरी तरह बुझ भी नहीं पाई और दो श्रमिकों के शव मिले हैं। और श्रमिकों के फंसे होनेा का भी अंदाजा है। मृतकों में से एक कि पहचान हुई है। मृतक दीपक ठाकुर 38 साल निवासी पटना बिहार के बताएं जा रहे हैं। जिनकी महज दो साल की एक बेटी है। वे बहादुरगढ़ के दयानंद नगर में रहते थे और फैक्टरी की लैब में कार्यरत थे।

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बता दें कि शॉर्ट सर्किट के कारण आग लगी और पूरी फैक्टरी लपटों में में ले लिया। दिल्ली व हरियाणा की 15 से ज्यादा दमकल गाडिय़ां मौके पर पहुंची। देर रात तक आग पूरी तरह नहीं बुझ पाई। कई श्रमिकों के अंदर फंसे होने की आशंका है, हालांकि पुलिस-प्रशासन ने इसकी पुष्टि नहीं की। आग बुझने के बाद ही सर्च अभियान चलेगा।

क्रिएटिव हाइटेक प्राइवेट लिमिटेड के नाम से चल रही इस फैक्टरी से करीब चार बजे धुआं उठा। इसके बाद अफरा-तफरी मच गई। आसपास की फैक्ट्रियों के श्रमिक भी दौड़े। दमकल विभाग को सूचना दी गई। कुछ ही देर में फैक्टरी के चारों तरफ से धुएं के गुबार उठे। करीब एक किलोमीटर तक आसमान में धुआं ही धुआं भर गया। उसके बाद लपटें निकली। बहादुरगढ़ की दमकल गाडिय़ों से बात नहीं बनी तो झज्जर, रोहतक, सोनीपत के अलावा दिल्ली से भी पांच गाडिय़ां पहुंची। देर शाम तक दमकल टीमें आग पर काबू पाने में जुटी थी।

कई श्रमिकों के फंसे होने की आशंका

फैक्टरी में ज्यादातर प्लास्टिक के कूलर बनते थे। ऐसे में आग बेकाबू हो गई। जिस वक्त आग लगी, उस दौरान फैक्टरी की दूसरी मंजिल पर भी श्रमिक थे। आशंका है कई श्रमिक वहां फंसे रह गए, मगर इसकी पुष्टि देर शाम तक किसी ने नहीं की। शनिवार की सुबह दो श्रमिकों के शव नजर आए हैं। फैक्टरी के संचालक रवींद्र अग्रवाल व रवि सैनी के मुताबिक 70-80 श्रमिक काम करते हैं। कोई अंदर फंसा है या नहीं, इसका अभी पता नहीं। आग से पूरी फैक्टरी ही जलकर राख हो गई।

देर रात तक नहीं बुझ पाई आग, नहीं थे अग्नि सुरक्षा के पुख्ता प्रबंध

मौके पर 15 से ज्यादा गाडिय़ों को कई-कई बार भरकर लाया गया, मगर देर रात तक भी आग पूरी तरह नहीं बुझ पाई थी। फैक्टरी के अंदर श्रमिकों की सेफ्टी और आग बुझाने के पर्याप्त प्रबंध थे या नहीं, इस पर भी जांच के बाद ही स्थिति स्पष्ट होगी। आग इतनी भयंकर थी कि पूरे फैक्टरी एरिया से सैकड़ों श्रमिक मौके पर जुट गए। कई थानों की टीमें मौके पर पहुंची। भीड़ को आग में घिरी फैक्टरी से दूर-दूर रखा गया।


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