दंगल गर्ल को भी टक्कर दे रहीं हिसार की दो बहनें, दूध रोटी खाकर बनाई सेहत, विदशों तक छाईं
बड़ी बहन सोनू ने नेशनल खेलों में स्वर्ण पदक जीत लिया। छोटी बहन पूनम ने एशियन खेलों में गोल्ड मेडल जीत लिया। इसके साथ ही बेटियां बेटे के समान हैं इसी बात को ध्यान में रखते हुए पिता ने दोनों बेटियों के बाल भी लड़कों की तरह ही कटवाए।
हिसार [वैभव शर्मा] फिल्म दंगल में दिखाई फोगाट बहनों की कहानी हिसार के बुड़ाक गांव की सोनू और पूनम पर सटीक बैठती हैं। ये दोनों बॉक्सर बहनें बॉक्सिंग में इतनी तेज हैं कि अच्छे-अच्छे बॉक्सर इनके सामने टिक नहीं पाते हैं। इनकी कहानी काफी रोचक है। पिता ओमप्रकाश शहर में ट्रैक्टर से सामान ढोने का काम करते हैं। इतनी अच्छी आर्थिक स्थिति भी नहीं थी कि अच्छी तैयारी हो सके। इसके लिए पहले बड़ी बहन सोनू ने बॉक्सिंग में हाथ आजमाया और नेशनल खेलों में स्वर्ण पदक जीत लिया। छोटी बहन पूनम कमजोर थी। उसे सोनू बॉक्सिंग दिखाने ले गई तो उसका जोश भी सातवें आसमान पर पहुंच गया।
दोनों बहनों ने मिलकर ऐसी धूम मचाई कि बॉक्सिंग में पूनम ने एशियन खेलों में गोल्ड मेडल जीत लिया। इनके पंचों से विपक्षी खिलाड़ी धरासाई होने लगे। इसके साथ ही बेटियां बेटे के समान हैं जिसको ध्यान में रखते हुए पिता ने दोनों बेटियों के बाल भी लड़कों की तरह ही रखवाए। यही कारण है कि महिला दिवस पर राज्य स्तरीय महिला सम्मान समारोह में पूनम को सीएम मनोहर लाल ने सम्मानित करने के लिए चयनित किया है।
लॉकडाउन में लोहे की रॉड पर ईंटे बांधकर की ट्रेनिंग, पंचिंग बैग बना बहन का हाथ
18 वर्षीय पूनम मौजूदा समय में 57 किलोग्राम भारवर्ग के साथ रोहतक के नेशनल सेंटर ऑफ एक्सिलेंस में पोलेंड में आयोजित वर्ल्ड चैंपियनशिप की तैयारी कर रही हैं। मगर हमेशा से ही सब कुछ ठीक नहीं था। कोरोना काल में प्रैक्टिस को बरकरार रखना था, प्रैक्टिस उपकरण भी खरीद नहीं सकते थे। ऐसे में पूनम की तैयारी के लिए सोनू ने लोहे की रोड पर ईंटे बांधकर एक्सरसाइज कराई। पंच के लिए बहन और भाई ने अपने हाथों को आगे किया और प्रैक्टिस शुरू हो गई। मौजूदा समय में सोनू का चयन बीएसएफ दिल्ली में हो गया है वह वहीं पर अपने खेल की तैयारी कर रही हैं।
दूध-रोटी खाकर बनाई सेहत
पिता ओमप्रकाश की सीमित आय है तो पूनम और सोनू की डाइट के लिए कुछ खास नहीं था। उन्होंने घर पर दूध और रोटी खाकर अपनी सेहत को तैयार किया है। दोनों बहनों का अब लक्ष्य है कि जिस प्रकार से वह अभी तक गोल्ड मेडल देश के लिए जीतती आईं है वह आगे आने वाली प्रतियोगिताओं में एक साथ गोल्ड जीतकर लाएं।
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