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सब्जी, फल, दूध व दवा सप्लाई करने वाली गाड़ियों को भी हड़ताल में शामिल करने का ऐलान

ट्रांसपो‌र्ट्स की हड़ताल के चौथे दिन एसोसिएशन ने सब्जी, फल, दूध व दवा आदि की सप्लाई करने वाले गाड़ियों को भी हड़ताल में शामिल करने का ऐलान किया है।

By JagranEdited By: Published: Tue, 24 Jul 2018 12:10 PM (IST)Updated: Tue, 24 Jul 2018 12:10 PM (IST)
सब्जी, फल, दूध व दवा सप्लाई करने वाली गाड़ियों को भी हड़ताल में शामिल करने का ऐलान
सब्जी, फल, दूध व दवा सप्लाई करने वाली गाड़ियों को भी हड़ताल में शामिल करने का ऐलान

जागरण संवाददाता, हिसार :

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ट्रांसपो‌र्ट्स की हड़ताल के चौथे दिन एसोसिएशन ने सब्जी, फल, दूध व दवा आदि की सप्लाई करने वाले गाड़ियों को भी हड़ताल में शामिल करने का ऐलान किया है। वहीं गैस व पेट्रोल ले जाने वाली गाड़ियों को पहले ही एसोसिएशन द्वारा रोका जा रहा है। इसके लिए एसोसिएशन की टीम बाकायदा 24 घंटे लगातार जुटी हुई है जो दिन-रात गाड़ियों की चे¨कग कर रही है। एसोसिएशन का धरना चौथे दिन भी प्रधान अशोक राजलीवाला की अध्यक्षता में जारी रहा। प्रदेश महासचिव कुलदीप बेनीवाल ने बताया कि अब ट्रांसपो‌र्ट्स पूरी तरह से सरकार से आर-पार की लड़ाई के मूड में हैं यदि सरकार ने जल्द ही उनकी मांगें नहीं मानी तो पूरे देश में व्यवसायिक वाहनों के चक्के पूरी तरह से थम जाएंगे। बैनीवाल ने कहा कि सरकार ट्रांसपो‌र्ट्स को आंदोलन के लिए मजबूर कर रही है और इसके चलते आम जनता को होने वाली परेशानी के लिए सरकार ही जिम्मेवार है। लंबे समय से एसोसिएशन के माध्यम से सरकार के समक्ष ट्रांसपो‌र्ट्स की जायज मांगों को रखा जा रहा है। लेकिन सरकार ने उन्हें अनसुना व अनदेखा कर दिया है और तानाशाही पर उतर आई है जिसके चलते देश-प्रदेश के ट्रांसपो‌र्ट्स को सड़कों पर उतरना पड़ा है। उन्होंने ने कहा कि जब तक सरकार ट्रांसपो‌र्ट्स की सभी मांगों को पूरा नहीं करती उनकी हड़ताल जारी रहेगी। उन्होंने सभी ट्रांसपो‌र्ट्स से आह्वान किया कि हड़ताल को अपना पूर्ण समर्थन देकर इसे पूरी तरह से सफल बनाएं ताकि सरकार उनकी मांगें मानने पर विवश हो जाए।

उन्होंने बताया कि एसोसिएशन की मुख्य मांगों में डीजल की कीमतें कम होनी चाहिए व इसको भी अन्य वस्तुओं के समान ही जीएसटी के दायरे में लाया जाए तथा राष्ट्रीय स्तर पर समान मूल्य निर्धारण व डीजल कीमतों में त्रैमासिक संशोधन होना चाहिए। देश को टोल बैरियर मुक्त किया जाए ताकि टोल बैरियर पर हो रही ईंधन व समय की बर्बादी पर लगाम लगाई जा सके। आयकर अधिनियम की धारा 44 एई में अनुमानित आय में कमी और उसको तर्कसंगत करने व ई-वे बिल से जुड़ी कुछ व्यवहारिक समस्याओं को देखते हुए नियमों में संशोधन किए जाएं। बसों और पर्यटन वाहनों को नेशनल परमिट दिए जाएं। इस मौके पर हिसार ट्रक ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन प्रधान सत्यप्रकाश राजलीवाला व प्रदेश महासचिव कुलदीप बैनीवाल के अलावा, ¨जदल ट्रक यूनियन प्रधान देवेंद्र ¨सह लाडा, उपप्रधान सुरेश नियाणा, सुनील शर्मा, महेंद्र ¨सह दहमानिया, कैशियर रणवीर खटकड़, राजू सरदार बाबा रोड लाइन्स, मुकेश भाटू, राहुल ¨सघल, महेंद्र शर्मा, मुकेश गोयल जय हनुमान ट्रांस्पोर्ट, संयज डालमिया, सुरेंद्र शर्मा, नरेंद्र जयभारत ट्रांसपोर्ट, कृष्ण जांगड़ा, अशोक मिगलानी, धीरज दिल्ली पंजाब ट्रांस्पोर्ट, ओमप्रकाश, संजय उपकार ट्रांस्पोर्ट, देवेंद्र लांबा, बिल्लू हांसी, रणबीर नैन, बंटी, सोनू दूहन, सत्यवान कादयान व रमेश सीटीएस आदि मौजूद थे।


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