ट्रेडमार्ट का डायरेक्टर आनंदपाल बोला- मैं तो मुखौटा था, बेटा अमित है करोड़ों के गोलमाल का मास्टरमाइंड
जागरण संवाददाता, हिसार : सिविल लाइन पुलिस ने ट्रेडमार्ट कंपनी के डायरेक्टर आनंदपाल को श
जागरण संवाददाता, हिसार : सिविल लाइन पुलिस ने ट्रेडमार्ट कंपनी के डायरेक्टर आनंदपाल को शनिवार को 26 सितंबर तक रिमांड पर लिया था। उसने पूछताछ में खुलासा किया है कि वह आठवीं पास है। उसे कंपनी के बारे में ज्यादा नहीं पता। वह और पार्टनर शमशेर तो मुखौटा थे। इस सारे गोलमाल का मास्टरमाइंड मेरा बेटा अमित है।
एसआइटी की टीम ने नरवाना के हरिनगर निवासी 56 वर्षीय आनंदपाल को गिरफ्तार कर रिमांड पर ले रखा है। उसने पूछताछ में खुलासा किया है कि उसका बेटा अमित सारे गोलमाल प्रकरण का मास्टरमाइंड है। उसने बताया कि मेरा बेटा अमित पंजाब के गांव बादल के एक बैंक में असिस्टेंट मैनेजर के पद पर तैनात है। उसे बैंक और चिटफंड कंपनी के नियमों संबंधी जानकारी है। उसी के कहने पर बीते 5 जून को फतेहाबाद के एक होटल में फ्यूचर मेकर कंपनी की तर्ज पर एक चिटफंड कंपनी खोलने की रणनीति बनाई गई थी। आनंदपाल ने बताया कि मुझे और अमित के दोस्त के पिता शमशेर को डायरेक्टर बनाया गया था। ताकि जमा होने वाली सारी रकम उनके कब्जे में हो। सारे रुपये हमारी निगरानी में जमा हुए हैं। पुलिस ने अमित की तलाश में पंजाब के बादल गांव में दबिश दी। वहां स्टाफ ने उसे कई दिनों से गायब बताया। पुलिस उसकी भी तलाश कर रही है।
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अमित ने दोस्त से बनवाया था सॉफ्टवेयर
पुलिस के अनुसार अमित ने पंजाब निवासी अपने एक इंजीनियर दोस्त से कंपनी का सॉफ्टवेयर बनवाया था। पुलिस को अब सॉफ्टवेयर बनाने वाले इंजीनियर की भी तलाश है। पुलिस अन्य आरोपितों की तलाश भी कर रही है। पुलिस ने मामले की जांच के लिए एक एसआइटी का गठन कर रखा है। एसआइटी में डीएसपी अमरजीत ¨सह, सिविल लाइन एसएचओ नरेंद्र पाल, सेक्टर 9-11 चौकी इंचार्ज राजेश कुमार, ईएचसी भगवान दास और राजकुमार को शामिल किया गया है।
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यह है मामला ट्रेडमार्ट कंपनी का कार्यालय दिल्ली रोड पर ¨जदल चौक और विद्युत नगर के बीच बनाया गया था। कंपनी का रजिस्ट्रेशन इसी साल 26 जून को हुआ था। कंपनी कार्यालय में काफी लोगों ने रकम जमा कराई थी। तेलंगाना पुलिस ने यहां पहुंचकर रेड स्क्वेयर मार्केट स्थित फ्यूचर मेकर कंपनी के कार्यालय को सील किया था। तेलंगाना पुलिस की कार्रवाई से ट्रेडमार्ट कंपनी के संचालकों में खलबली मच गई थी। उन्होंने सोचा था कि अब उनकी कंपनी में निवेश करने वाले लोग उन पर रकम वापस करने का दबाव बनाएंगे। इसीलिए वे 5 सितंबर को कार्यालय को ताला लगाकर फरार हो गए थे। सिविल लाइन पुलिस ने कैमरी रोड की लक्ष्मी विहार कालोनी के एडवोकेट प्रदीप सिवाच की शिकायत पर ट्रेडमार्ट कंपनी के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज किया था। पुलिस एक आरोपित को पहले गिरफ्तार कर चुकी है।