कोहरे से ट्रैक्टर-ट्राली की निजी बस से भिड़ंत, रोहतक की तरफ जा रहे पंजाब के दो किसानों की मौत
बुधवार सुबह किसान आंदोलन से पंजाब के बठिंडा के पिंड कुदा निवासी गुरदास सिंह पुत्र भूरा सिंह उम्र 60 वर्ष और अजायब सिंह पुत्र गुरदेव सिंह उम्र 60 वर्ष ट्रैक्टर-ट्राली में सवार होकर बहादुरगढ़ बाईपास से रोहतक की तरफ जा रहे थे। मगर हादसा हो गया।
बहादुरगढ़, जेएनएन। धुंध के कारण राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या नौ पर जाखौदा बाईपास के पास ट्रैक्टर-ट्राली व एक प्राइवेट बस की भिड़ंत हो गई। इसमें ट्रैक्टर पर सवार पंजाब के दो किसानों की मौत हो गई। दोनों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए सिविल अस्पताल में भिजवा दिया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। बस चालक मौके से फरार हो गया है।
जानकारी के अनुसार बुधवार सुबह नौ बजकर 15 मिनट पर किसान आंदोलन से पंजाब के बठिंडा के पिंड कुदा निवासी गुरदास सिंह पुत्र भूरा सिंह उम्र 60 वर्ष और अजायब सिंह पुत्र गुरदेव सिंह उम्र 60 वर्ष ट्रैक्टर-ट्राली में सवार होकर बहादुरगढ़ बाईपास से रोहतक की तरफ जा रहे थे। सुबह धुंध काफी अधिक थी। इसी बीच एक प्राइवेट बस ने पीछे से उसे टक्कर मार दी। इससे ट्रैक्टर में सवार दोनों किसानों की मौके पर ही मौत हो गई। दो घायल हुए हैं।
घायलों में रेशम सिंह पुत्र जगबीर सिंह उम्र 38 व रामकुमार पुत्र परसराम उम्र 55 साल दोनों घायल हो गए। ट्रैक्टर और बस दोनों रोहतक की तरफ जा रहे थे। घायलों को सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया। सूचना मिलते ही आसौदा थाना पुलिस ने मौके पर पहुंचकर कार्रवाई शुरू कर दी है। डीएसपी बादली अशोक कुमार ने भी मौके पर पहुंचकर मुआयना किया। इससे पहले भी आंदोलन में शामिल होने आए कुछ किसानों ने सड़क हादसे में मौत हो चुकी है। 30 से ज्यादा किसान आंदोलन स्थल पर मर चुके हैं। अमूमन की मौत हार्ट अटैक की वजह से हुई है।
बता दें कि किसान आंदोलन में अकेले टिकरी बॉर्डर पर करीब 40 किसानों की मौत हो चुकी है। ज्यादातर की मौत हार्ट अटैक से हुई है वहीं कई किसान हादसा का शिकार भी हुूए हैं। वहीं अब यह और हादसा सामने आया है। धुंध के कारण लगातार हादसे हो रहे हैं। इसके कारण कई लोगों की जान जा चुकी है।