Tokyo Olympics: हॉकी खिलाड़ी सविता पूनिया को 10 लाख की गाड़ी दे किया सम्मानित, पहले ही कर दी थी घोषणा
सविता पूनिया के शानदार खेल प्रदर्शन को देखकर उन्हें द वाल की उपाधि दी गई। वहीं ओलिंपिक खिलाडि़यों को गाड़ी तोहफे के रूप में देने की घोषणा टाटा मोटर्स ने तभी कर दी थी। इंडियन हॉकी टीम ने टोक्यो ओलिंपिक में चौथा स्थान हासिल किया था।
जागरण संवाददाता, सिरसा। टाटा मोटर्स के अधिकृत शोरूम आरपीजे पर सम्मान समारोह का आयोजन किया गया जिसमें आरपीजे ग्रूप के चेयरमैन राधेश्याम झूंथरा ने बतौर मुख्यातिथि शिरकत की। सर्वप्रथम भारतीय हाकी टीम की उपकप्तान सविता पूनिया को आरपीजे ग्रूप की तरफ से फूलों का बुके देकर स्वागत किया गया। इस अवसर पर उपस्थित स्टाफ व गणमान्य लोगों की उपस्थिति में तालियों की गड़गड़ाहट के साथ व केक काट कर सविता पूनिया, उनके पिता महेंद्र पूनिया व परिवार के आए अन्य सदस्यों के साथ चेयरमैन राधेश्याम झूंथरा व कंपनी स्टाफ ने ऑल्ट्रोज़ - द गोल्ड स्टेंडर्ड ऑफ हैचबैक्स गाडी की चाबी सविता पूनिया को दी व केक खिलाकर खुशी का इजहार किया।
इस सिलसिले में आरपीजे के मैनेजिंग डायरेक्टर शीतल झूंथरा व आशीष झूंथरा और टाटा मोटर्स चंडीगढ़ के टी.एस.एम. हरीश वधवा ने बताया कि हाल ही में आयोजित किए गए टोक्यो ओलंपिक में सविता पूनिया ने जिस प्रतिबद्धता और जबरदस्त जज्बे का परिचय दिया, उस पर हमें काफी गर्व है। सविता पूनिया को करीब 10 लाख रुपए की गाड़ी देकर सम्मानित किया गया है। टाटा मोटर्स ने खिलाड़ियों को प्रोत्साहित करने के लिए यह मुहिम शुरू की है जिसके तहत आज सविता पूनिया का सम्मान किया गया है। इस मौके पर मनीष गौत्तम, सृष्टि झूंथरा, संयम झूंथरा, भूव सिंह बाजेकां, आरपीजे के जीएम रोबिन भटनागर व वरिष्ठ प्रबंधक अभिषेक कुमार सहित अनेक गणमान्य मौजूद थे।
गांव जोधकां की बेटी है सविता पूनिया
हाकी टीम की उपकप्तान तथा गोल कीपर सविता पूनिया डिंग क्षेत्र के गांव जोधकां की बेटी है। उसके पिता महेंद्र पूनिया फार्मासिस्ट है। ग्रामीण आंचल से जुड़ी सविता पूनिया ने टोक्यो ओलिंपिक में शानदार प्रदर्शन किया। गोल कीपर के रूप में उन्होंने शानदार प्रदर्शन किया और प्रतिद्वंद्वी टीमों के मंसूबों पर पानी फेर दिया। सविता पूनिया के शानदार खेल प्रदर्शन को देखकर उन्हें द वाल की उपाधि दी गई। वहीं ओलिंपिक खिलाडि़यों को गाड़ी तोहफे के रूप में देने की घोषणा टाटा मोटर्स ने तभी कर दी थी। इंडियन महिला हाकी टीम ने टोक्यो ओलिंपिक में चौथा स्थान हासिल किया था।