एमडीयू रोहतक में डीडीई यूजी-पीजी पाठ्यक्रमों में प्रवेश का आज अंतिम दिन
रोहतक महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय (मदवि) के दूरस्थ शिक्षा निदेशालय (डीडीई) के सत्र 2021-22 के तहत विभिन्न स्नातकीय (यूजी) और स्नातकोत्तर (पीजी) पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए आनलाइन आवेदन की अंतिम तिथि 15 दिसंबर है। ऐसे में देरी न करें
जागरण संवाददाता, रोहतक। महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय (मदवि) के दूरस्थ शिक्षा निदेशालय (डीडीई) के सत्र 2021-22 के तहत विभिन्न स्नातकीय (यूजी) और स्नातकोत्तर (पीजी) पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए आनलाइन आवेदन की अंतिम तिथि 15 दिसंबर है। डीडीई निदेशक प्रो. नसीब सिंह गिल ने बताया कि 15 दिसंबर तक 1500 रुपये विलंब शुल्क के साथ डीडीई पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए आवेदन किए जा सकेंगे। वर्तमान सत्र से दो आनलाइन पाठ्यक्रम एमएससी (गणित) और एमकाम भी प्रारंभ किया गया है।
यह दोनों पाठ्यक्रम आनलाइन माध्यम से संचालित किए जाएंगे। डीडीई में इसी सत्र से एमए (इतिहास) और मास्टर आफ लाइब्रेरी एंड इंफॉर्मेशन साइंस को पुन ओपन एंड डिस्टेंस लर्निंग माध्यम से प्रारंभ किया गया। ओपन एंड डिस्टेंस लर्निंग माध्यम के जरिए दो वर्षीय मास्टर आफ जर्नलिज्म एंड मास कम्युनिकेशन पाठ्यक्रम भी प्रारंभ किया जा रहा है। निदेशक डीडीई ने बताया कि स्नातकीय (यूजी) स्तर पर बीए और बीकाम पाठ्यक्रम उपलब्ध हैं। वहीं, स्नातकोत्तर (पीजी) स्तर पर एमकाम, एमए (हिंदी, अंग्रेजी, संस्कृत, राजनीति विज्ञान, लोक प्रशासन, अर्थशास्त्र और एमएससी (गणित) पाठ्यक्रम ओपन एंड डिस्टेंस लर्निंग माध्यम और आनलाइन माध्यम से उपलब्ध रहेंगे। डीडीई पाठ्यक्रमों का विवरण, डीडीई इंर्फोमेशन ब्रोशर विवि वेबसाइट पर उपलब्ध रहेंगे।
हिसार। सीबीएसई 9वीं और 11वीं कक्षा के लिए पंजीकरण की प्रक्रिया 15 दिसंबर यानी बुधवार को शुरू होंगे। यह स्कूलों के माध्यम से सीबीएसई के पोर्टल पर पंजीकरण होंगे। यह विद्यार्थियों के लिए राहत की बात होगी। हालांकि, इस बार पंजीकरण की प्रक्रिया में देरी है। वरना सितंबर माह में ही पूरी हो जाती थी। इसका कारण है कि कोरोना के चलते स्कूलों में सीबीएसई कक्षाओं में दाखिले देरी से हुए। इसलिए विद्यार्थियों के पंजीकरण समय पर नहीं हो पाए। सीबीएसई 10वीं व 12वीं कक्षा की परीक्षा देने वाले विद्यार्थियों के लिए नियम बनाया है। इसके तहत विद्यार्थियों काे पंजीकरण उसी स्कूल में करवाना पड़ता है, जहां पर वह पढ़ता है और आगे भी उसी स्कूल में पढ़ने के लिए सहमत हो। पंजीकरण के बाद दूसरे स्कूल में दाखिला मिलना मुश्किल होता है।