बैंक खाते में सेंध लगाने का ठगों ने निकाला नया पैतरा, एक लाख की लगाई चपत, आप न करें ये गलती
पैसे लौटाने के नाम पर ठग ने क्यूआर कोड भेजा और स्कैन करने का कहा। जैसे ही शिकायतकर्ता ने बाइल फोन से उक्त कोड को स्कैन किया तो उसके बैंक खाते से भी 50-50 हजार रुपये निकल गए।
भूना(फतेहाबाद) जेएनएन। ठगों ने अब ठगी करने के नए नए पैतरे खोज निकाले हैं। फतेहाबाद के भूना में में रामचौतरा मंदिर मुहल्ला निवासी एक व्यक्ति से क्यूआर कोड स्कैन करवाकर उसे 1 लाख सात हजार 500 रुपये की राशि निकाल ली गई। शिकायत पर पुलिस ने केस दर्ज करके जांच शुरू कर दी है। मगर ठगी के लिए ऐसी कहानी रची कि किसी को भी अनहोनी का अंदेशा न हो। ऐसे में आप भूल कर भी ऐसी गलती न करें जो पीडि़त ने की। जानने के लिए पढ़े ये पूरी खबर..............
रामचौतरा मंदिर मुहल्ला निवासी विक्रम शर्मा ने पुलिस शिकायत में बताया कि उसके पास किसी डा. दीक्षित का फोन आया और कहा कि वह उसके पेटीएम से कुछ पैसे भेज रहा है, जो वह उससे नकद ले लेगा। उसने विक्रम के वाट्सअप पर क्यूआर कोड भेजकर स्कैन करने का कहा। जैसे ही विक्रम ने क्यूआर कोड स्कैन किया तो उसके बैंक खाते से 7500 रुपये कट गए। विक्रम ने इस बारे में जब कथित डा. दीक्षित से बातचीत की तो उसने बताया कि गलती से 7500 रुपये मेरे खाते में आ गए हैं।
वह अभी उसे लौटा रहा है, लेकिन नेटवर्क में थोड़ी परेशानी हो रही है। कुछ देर बाद डा. दीक्षित ने उसे पुन: फोन किया और कहा कि पेटीएम से बैलेंस भेजने में परेशानी हो रही है, आप कोई और नंबर दीजिए ताकि मैं उसमें 7500 रुपये की राशि जमा करवा सकूं। इस पर विक्रम ने अपने दोस्त पारस पुत्र रमेश भुटानी का फोन पे-एप का नंबर दे दिया। कथित डाक्टर ने पुन: क्यूआर कोड भेजा और सही ढंग से स्कैन करने का कहा।
जैसे ही शिकायतकर्ता ने पारस के मोबाइल फोन से उक्त कोड को स्कैन किया तो उसके बैंक खाते से भी 50-50 हजार रुपये की राशि दो बार निकल गई। विक्रम ने जब कथित डाक्टर दीक्षित को फोन किया तो उसने फोन ही नहीं उठाया। पुलिस ने शिकायतकर्ता के बयान पर अज्ञात व्यक्ति के विरुद्ध केस दर्ज कर लिया। पुलिस उक्त फोन नंबर की लोकेशन की जांच भी कर रही है।