देशवासियों को लूट रहे हैं चार जिलों के ठग, रोहतक पुलिस की जांच में आया सामने, आप भी रखें इन बातों का ध्यान
हरियाणा के नूंह राजस्थान के भरतपुर झारखंड के जामताड़ा व गिरड़ी जिले के कुछ शातिर बदमाश लोगों को साइबर ठगी का शिकार बना रहे हैं। ये लोग फोन कर लोगों को जाल में फंसा देते हैं और फिर उनसे मोटी ठगी करते हैं।
रोहतक [विनीत तोमर]। हरियाणा, राजस्थान और झारखंड के चार जिलों के ठग पूरे देश को लूट रहे हैं। लगातार ठगी के मामले सामने आने के बाद रोहतक पुलिस ने अपने स्तर पर जांच की तो पाया कि हरियाणा के नूंह जिले में ओएलएक्स पर ठगी करने वाला गिरोह सक्रिय है, जो ओएलक्स पर गाड़ी, बाइक, फर्नीचर या मोबाइल आदि सामान सस्तों दामों पर बिक्री के लिए डालते हैं। फिर खरीदने वाले को बातों में उलझाकर अपने खाते में रुपये डलवा लेते हैं।
इसी तरह झारखंड के जामताड़ा व गिरड़ी जिले से अलग-अलग प्रदेशों के लोगों को OTP भेजे जा रहे हैं, जो बैंक अधिकारी, टेलीकाम कंपनी के अधिकारी या अन्य अधिकारी बनकर फोन करते हैं, जिसके बाद बैंक खाते या मोबाइल की वेरिफिकेशन के नाम पर OTP भेजते हैं। OTP पर क्लिक करते ही खाते से रुपये निकाल लिए जाते हैं। राजस्थान के भरतपुर जिले से अलग-अलग स्कीमों का लालच देकर सबसे अधिक लिंक भेजे जा रहे हैं। जैसे ही उस लिंक पर क्लिक करते हैं तो रुपये निकाल लिए जाते हैं।
उत्तर प्रदेश का मथुरा जिला भी जांच में शामिल
पुलिस की जांच में उत्तर प्रदेश का मथुरा जिला भी सामने आया है। यहां पर देवसरस नाम का एक गांव है। करीब दो माह पहले रोहतक पुलिस एक आरोपित को पकडऩे के लिए भी वहां गई थी, लेकिन पुलिस टीम के साथ ही मारपीट करने का प्रयास किया गया।
यह जानना आपके लिए जरूरी
- बैंक अधिकारी हो या फिर कोई कर्मचारी उसे भी यह अधिकार नहीं है कि आपके खाते से जुड़ी गोपनीय जानकारी पूछे। यदि कोई पूछता है तो तुरंत नजदीकी ब्रांच में जाकर शिकायत करें।
- यदि कोई खुद को सेना का अधिकारी बताकर सस्ता सामान बेचने का झांसा देता है तो उसका पूरा पता करें। अधिकतर मामलों में सेना के फर्जी आइडी कार्ड का भी इस्तेमाल किया जा रहा है।
- किसी भी अनजान लिंक पर क्लिक न करें और किसी के साथ OTP भी शेयर न करें। साथ ही अपने मोबाइल पर आए OTP के बारे में भी दूसरे को न बताएं।
लोगों को जागरूक होने की जरूरत
रोहतक रेंज के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक संदीप खिरवार का कहना है कि जांच में पता चला कि राजस्थान, झारखंड और नूंह जिले से अलग-अलग माध्यमों से ठगी की जा रही है। इसके लिए साइबर की अलग से टीम बनाई गई है। संबंधित जिलों के पुलिस अधिकारियों से भी सहयोग मांगा गया है। लोगों को भी जागरूक होने की जरूरत है। किसी के साथ भी अपनी जानकारी शेयर न करें।