आंदोलन में किसान बनकर आए सिरसा के आपराधिक प्रवृत्ति के तीन युवक बहादुरगढ़ में करना चाहते थे वारदात
किसान आंदोलन की आड़ लेकर अब फिर से तीन आपराधिक प्रवृत्ति के युवक बहादुरगढ़ में वारदात करना चाहते थे। तीनों सिरसा के हैं। इनके पास से तीन अवैध हथियार बरामद हुए। दो आरोपितों को तो पुलिस ने बुधवार को गिरफ्तार किया था। रिमांड में तीसरे के बारे में खुलासा हुआ
जागरण संवाददाता, बहादुरगढ़ : टीकरी बार्डर पर पहले से ही कई आपराधिक वारदातों का केंद्र बने किसान आंदोलन की आड़ लेकर अब फिर से तीन आपराधिक प्रवृत्ति के युवक बहादुरगढ़ में वारदात करना चाहते थे। तीनों सिरसा के हैं। इनके पास से तीन अवैध हथियार बरामद हुए। दो आरोपितों को तो पुलिस ने बुधवार को गिरफ्तार किया था। बाद में रिमांड के दौरान उनके तीसरे साथी के बारे में खुलासा हुआ तो पुलिस ने उसे भी पिस्तौल समेत धर दबोचा। पूछताछ में खुलासा हुआ कि तीनों का यहां पर वारदात करने का इरादा था, मगर उससे पहले ही पुलिस के हत्थे चढ़ गए। आरोपितों में सिरसा के रानिया चुंगी निवासी अमनदीप, सिरसा के सेक्टर-19 का गुरुदत्त व सिरसा के ही वैदवाला का शुभम उर्प छबा शामिल है।
बहादुरगढ़ सीआइए द्वितीय प्रभारी मनोज कुमार ने बताया कि पुलिस अधीक्षक राजेश दुग्गल के दिशा निर्देशानुसार सतर्कता बरतते हुए सीआइए की अलग-अलग टीमों ने अमनदीप व गुरुदत्त को तो बुधवार को अलग-अलग जगह से गिरफ्तार किया था। दोनों को पूछताछ के लिए एक दिन के रिमांड पर लिया गया था। पूछताछ के दौरान दोनों ने अपने एक तीसरे साथी के संबंध में खुलासा किया। इस पर सीआइए की टीम द्वारा तीसरे युवक को भी बहादुरगढ़ क्षेत्र से काबू किया गया।
उसके कब्जे से देसी पिस्तौल बरामद हुआ। उसकी पहचान शुभम उर्फ छबा के तौर पर हुई। उन्होंने बताया कि आरोपियों से अन्य आपराधिक वारदातों के संबंध में भी खुलासा हुआ। आरोपित गुरुदत्त के खिलाफ महिला थाना सिरसा में वर्ष 2019 में दुष्कर्म का एक मामला दर्ज हुआ था। जबकि शुभम के खिलाफ अलग-अलग तीन आपराधिक मामले दर्ज हैं। वर्ष 2014 में एक मामला थाना सदर सिरसा में अवैध हथियार रखने के संबंध में दर्ज हुआ था। आरोपित ने राजस्थान के एरिया में एक गाड़ी छीनने की वारदात को भी अंजाम दिया था। इसके संबंध में उसके खिलाफ वर्ष 2014 में थाना पल्लू राजस्थान में मामला दर्ज हुआ था। शुभम पर अदालत में पेश न होकर भगोड़ा होने के संबंध में भी थाना सदर सिरसा में वर्ष 2018 में मामला दर्ज हुआ था। तीनों को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया।