सीढ़ी गिरते ही सूरज हुआ अस्त, साइकिल दौड़ी
गुजवि के गैर शिक्षक संघ के विरेंद्र भारद्वाज बने प्रधान

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-गुजवि के गैर शिक्षक संघ के विरेंद्र भारद्वाज बने प्रधान, डा. प्रेम मोंगा बनी उप प्रधान
जागरण संवाददाता, हिसार : गुजवि में शुक्रवार को गैर शिक्षक संघ का चुनाव शांतिपूर्ण तरीके संपन्न हुआ। सीढ़ी गिरते ही सूरज भी अस्त हो गई और साइकिल दौड़ी। गुजवि के गैर शिक्षक संघ के विरेंद्र भारद्वाज विपक्ष के सुंदर सिंह को 35 वोटों से हराकर चुनाव जीत गए और साल 2022 की एसोसिएशन के नए प्रधान चुने गए। साथ ही उप प्रधान, सचिव, महासचिव, सहसचिव व कोषाध्यक्ष भी नवनियुक्त किए गए।
शुक्रवार को गुजवि में गैर शिक्षक संघ के चुनाव में 523 सदस्यों ने वोट डाले। कुल 559 वोट है और 33 वोट कैंसल हो गए। यह चुनाव पुस्तकालय हाल में चुनाव अधिकारी हेड पुस्तकालय डा. विनोद कुमार को बनाया गया था। नवनियुक्त उपप्रधान डा. प्रेम मोंगा ने राजेश गुर्जर को 61 वोटों से हराया। नवनियुक्त महासचिव हरपाल ने नेकी राम को 27 वोटों से हराया। सचिव विकास कटारिया ने माया देवी को 56 वोटों से, सह सचिव विजय कुमार ने प्रदीप कुमार को 89 और कोषाध्यक्ष संदीप कुमार ने 79 वोटों से हराया। इन दो पैनल में ही मुकाबला रहा। इस बार रामफल लौहान के नेतृत्व में तीसरा पैनल भी चुनावी मैदान में उतरा था। उनको वोट कम मिले। मगर उनका उत्साह बहुत था और नवनियुक्त विजेताओं के साथ खड़े खुशी मना रहे थे। इस दौरान पूर्व प्रधान इंद्राज भारती व अन्य सदस्य मौजूद रहे।
कर्मी की मांग सर्वोपरि होगी
नवनियुक्त प्रधान विरेंद्र भारद्वाज ने बताया कि सबसे पहले एसोसिएशन के सदस्यों की मांग व समस्या को महत्व दिया जाएगा और उनकी मांगे सर्वोपरी होगी। उनके हकों के लिए हर समय साथ खड़े होंगे। चाहे वह किसी भी पैनल का कर्मी हो। गुजवि के लिए नियमित कुलपति की मांग की जाएगी। छह माह से उनकी कई मांगे अधूरी पड़ी है। सैलरी को लेकर समस्या है तो उसकी मांग प्रशासन से करेंगे।
भेदभाव खत्म करने को बनाया था तीसरा पैनल
तीसरे पैनल के प्रतिनिधित्व रामफल लौहान ने बताया कि हर साल चुनाव के कारण एसोसिएशन में भेदभाव हो गया था। इसी भेदभाव को खत्म करने के लिए तीसरा पैनल अलग बनाया है, ताकि आपस में साथ रहे। किसी एक पैनल की जीत नहीं हुई, हम सभी की जीत है।
Edited By Jagran