22 वर्ष बाद मई में 48 डिग्री सेल्सियस पर तपा हिसार, 29 से राहत की उम्मीद, बदलेगा मौसम
मौसम विभाग के अनुसार वर्ष 1998 में मई महीने में हिसार 48.8 डिग्री सेल्सियस पहुंचा था तापमान। 29 मई को हरियाणा के कुछ स्थानों पर हल्की बारिश और बादलवाई की संभावना है।
हिसार, जेएनएन। मई माह के आधा बीतने पर जहां गर्मी नहीं थी, वहीं बीते एक सप्ताह से आसमान से आग बरस रही है। दिन के वक्त सड़क पर निकल पाना मुश्किल है तो लू त्चवा को जला दे रही है। लोगों का गर्मी के मारे बुरा हाल है। हालांकि लॉकडाउन में छूट मिलने के बाद इतनी गर्मी को भी लोग अनदेखा कर बाहर निकल रहे हैं। मगर लू लगने का खतरा बना हुआ है। सोमवार को नहरों में पानी आते ही युवाओं की टोली नहाने के लिए उमड़ पड़ती है। ऐसा लोग हल्की राहत महसूस कर रहे हैं।
वहीं सड़कों पर वाहनों के कारण और भी ज्यादा गर्मी बढ़ गई है। हिसार ने अपने पिछले 22 वर्ष के सभी रिकार्ड मंगलवार को तोड़ दिए। मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार इससे पहले 26 मई 1998 में हिसार में 48.8 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया था। मगर अब राहत मिलने की उम्मीद नजर आ रही है। मौसम में तब्दीली के आसार हैं।
लू को लेकर प्रदेश के इन शहरों में रेड अलर्ट
हिसार, भिवानी फतेहाबाद, सिरसा, पानीपत, जींद सहित अन्य जिले लू के कारण रेड अलर्ट पर हैं। इस स्तर के तापमान ने लोगों के हाथों व चेहरों को झुलसाने का काम किया तो आंखों में जलन महसूस हुई। हालत यह थी कि लोग एक स्थान से दूसरे स्थानों पर जाने के लिए बार-बार छांव का सहारा लेते व मुंह व चेहरे को कपड़े से ढकते दिखाई दिए।
इसलिए अधिक गर्म रहता है हिसार
चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के कृषि मौसम विज्ञान विभाग के अध्यक्ष डा. मदन खिचड़ की मानें तो हिसार हरियाणा के दूसरे शहरों से अलग है। यह शहर बालू व पथरीली मिट्टी पर बसा हुआ है। हिसार एरिड जोन में भी शामिल है। यहां प्रदेश के दूसरे शहरों से अधिक गर्मी पड़ती है। वहीं मई-जून के समय में राजस्थान से आने वाली गर्म हवाओं के कारण तापमान अधिक हो जाता है।
29 मई से आ सकता है पश्चिमी विक्षोभ
डा. मदन खिचड़ ने बताया कि 28 मई तक मौसम में इसी प्रकार की गर्मी रहेगी। इस बीच कुछ स्थानों पर बादलवाई भी आ सकती है। मगर 29 मई को पश्चिमी विक्षोभ आने की संभावना है। ऐसे में प्रदेश के कुछ स्थानों पर हल्की बारिश और बादलवाई की संभावना बनी हुई है।