भाजपा नेता के पोते की पिटाई करने पर शिक्षक को स्कूल से निकाला, 21 हजार रुपये लगाया जुर्माना
स्कूल प्रबंधन व शहर के गणमान्य लोगों की दूसरी बार इस मामले को लेकर पंचायत की। इस पंचायत में पिटाई करने वाले टीचर पर 21 हजार रुपए जुर्माना व नौकरी से हटाए जाने का फैसला लिया गया।
हांसी, जेएनएन। शिक्षक बच्चों की पिटाई नहीं कर सकता। अगर कर दे तो स्कूल सरकारी हो या प्राइवेट टीचर को सजा भुगतनी होगी। ऐसा हम नहीं बल्कि सामने आ रहे केसों से साबित हो रहा है। ऐसा ही एक मामला हांसी में सामने आया है। यहां के गढ़ी गांव में स्थित आरपीएस स्कूल में दसवीं कक्षा के छात्र की स्कूल के अध्यापक द्वारा पिटाई करने का मामला पहले पुलिस तक पहुंचा और इसके बाद पंचायत तक। स्कूल प्रबंधन व शहर के गणमान्य लोगों की दूसरी बार इस मामले को लेकर पंचायत की। इस पंचायत में पिटाई करने वाले टीचर पर 21 हजार रुपए जुर्माना व नौकरी से हटाए जाने का फैसला लिया गया।
फैसले के बाद स्कूल प्रबंधन ने टीचर को हटाए जाने व जुर्माने की राशि टीचर से वसूल कर गौशाला में देने पर सहमति जता दी। भाजपा नेता साधुराम गोयल के पौत्र वंश गोयल की पिटाई का मामला पुलिस तक पहुंच गया था और वंश गोयल का मेडिकल करवाने के बाद परिवार के लोगों द्वारा शिकायत देने पर पुलिस ने मामले की जांच शुरु कर दी थी।
मामले को लेकर सोमवार को पंचायत आयोजित की गई जिसमें पूर्व मंत्री सुभाष गोयल, समाजसेवी कमलेश गर्ग, सर्व व्यापार मंडल के प्रधान बजरंग बंसल, अनाज मंडी एसोसिएशन के प्रधान रामअवतार तायल, समाजसेवी कपूर सिंह पूनिया व आरपीएस प्रबंधक समिति के निर्देशक संदीप देसवाल शामिल हुए।
पंचायत में टीचर द्वारा वंश गोयल की पिटाई करने के मामले की निंदा की गई और डायरेक्टर संदीप देसवाल के साथ इस मामले को लेकर चर्चा करने के बाद पंचायत ने पिटाई करने वाले टीचर पर 21 हजार रुपए जुर्माना व उसे नौकरी से हटाए जाने के फैसले का ऐलान कर दिया। पंचायत ने कहा कि स्कूल प्रबंधन टीचर से जुर्माने की राशि वसूल कर गौशाला में देगी और स्कूल में पढऩे वाले छात्रों के साथ ऐसी घटना की पुनर्रावृत्ति न हो इसको लेकर स्कूल प्रबंधन से अपील की गई।