जनवरी में रखें दिल का विशेष ख्याल, नुकसानदायी हो सकती है सुबह-शाम की सैर
विशेषज्ञों के अनुसार ठंड में खून गाढ़ा होने के कारण बढ़ जाती है हार्ट अटैक की आशंका रहती है। ऐसे में व्यायाम करना है तो घर के अंदर ही कर लेना चाहिए।
हिसार, जेएनएन। आमतौर पर कहा जाता है कि सुबह व शाम की सैर करना सेहत के लिए फायदेमंद है, लेकिन बढ़ती सर्दी में ये फायदा पहुंचाने की जगह नुकसान कर सकती है। खास तौर से उन मरीजों के लिए सुबह व शाम की सैर नुकसानदायक हो सकती है जो दिल की बीमारी से पीडि़त हैं। सर्दी बढऩे से लोगों में हार्ट अटैक और स्ट्रोक बढऩे का खतरा बढ़ रहा है। ठंड के कारण खून गाढ़ा हो जाता है। इस कारण अटैक की आशंका रहती है। बढ़ती सर्दी के कारण अस्पतालों में दिल के मरीजों की संख्या गर्मियों के मुकाबले बढ़ जाती है। सर्दी में उम्रदराज लोगों के लिए यह बीमारी मौत का मुख्य कारण भी मानी जाती है।
ठंड में दिमाग के न्यूरोंस में तब्दीली होने के कारण खासतौर से उम्रदराज लोगों में तनाव व हाईपरटेंशन बढ़ जाती है। तापमान कम होने से खून के थक्के जमने की समस्या बढ़ जाती है, क्योंकि ब्लड प्लेटलेट्स ज्यादा सक्रिय हो जाते हैं। नसें सिकुडऩे से उनमें 30 फीसदी तक की रुकावट आ जाती है। इससे रक्त व ऑक्सीजन का बहाव दिल की ओर कम हो जाता है। इससे रक्तचाप बढ़ जाता है और हार्ट अटैक का खतरा बढ़ता है।
यह मौसम मधुमेह व उच्च रक्तचाप वाले मरीजों के लिए सबसे खतरनाक होता है। ऐसे लोगों को ठंड में विशेष सावधानी बरतनी चाहिए। सर्दियों में यह बीमारी सबसे अधिक होती है। ठंड में लोगों को सुबह-शाम सैर करने से परहेज करना चाहिए। जनवरी में दिल का विशेष ख्याल रखें।
इन बातों का रखें ख्याल
- ब्लडप्रैशर और दिल की बीमारी से ग्रस्त लोगों को बिना तला और कम कैलोरी वाला खाना खाना चाहिए। इससे रक्तचाप नियंत्रित रखने में आसानी रहेगी। धूप में बैठना चाहिए। गर्म पेय पदार्थों यानि सूप का सेवन करें।
- कुछ लोग सर्द से बचने के लिए हीटर का इस्तेमाल करते हैं लेकिन बंद कमरे में हीटर लगा कर बैठे रहने से नमी की कमी होने लगती है। इस कारण खांसी और गले की इंफेक्शन होने का डर रहता है। इसलिए हीटर का इस्तेमाल करें तो गर्म पानी का सेवन भी करते रहें।
- खुद को स्वस्थ रखने के लिए सोने से पहले 2 मिनट के लिए गर्म पानी से भाप लें। इससे हाई ब्लड प्रैशर, डायबिटीज और दिल के रोगियों को राहत मिलती है।
- एलर्जी के मरीजों को धूल-मिट्टी से खुद को दूर रखना चाहिए। पालतू जानवरों के भी ज्यादा करीब नहीं जाना चाहिए।
--------
'' दिसंबर व जनवरी दिल के मरीजों के लिए हाई रिस्क पीरियड माना जाता है। हृदय रोगी जब भी सर्द मौसम के संपर्क में आते हैं, तब उन्हें एंजाइना अथवा सीने में दर्द महसूस होता है। मौसम में बदलाव के साथ कोलेस्ट्रॉल का स्तर भी ऊपर-नीचे होने लगता है। जो दिल की बीमारियां पैदा करता है। इसलिए इस मौसम में बुजुर्गो और दिल के मरीजों को सर्दी से बचाव का पूरा ख्याल रखना चाहिए। अगर उन्हें व्यायाम करना है तो वो घर के अंदर ही कर लेना चाहिए।
- डाॅ. दिनेश सहगल, हृदय रोग विशेषज्ञ, सपरा मल्टी स्पेशलिटी अस्पताल।