सूर्य नगरवासियों ने आरयूबी व आरओबी ड्राइंग, फिजिब्लिटी रिपोर्ट व पैमाइश पर उठाया सवाल
सूर्य नगर आरयूबी (रेलवे अंडरब्रिज) और आरओबी (रेलवे ओवर ब्रिज) प्रोजेक्ट के मामले पर बीएंडआर और हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण (एचएसवीपी) के अफसरों पर सूर्य नगरवासियों ने नाजायज तंग करने का आरोप जड़ा है।
जागरण संवाददाता, हिसार : सूर्य नगर आरयूबी (रेलवे अंडरब्रिज) और आरओबी (रेलवे ओवर ब्रिज) प्रोजेक्ट के मामले पर बीएंडआर और हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण (एचएसवीपी) के अफसरों पर सूर्य नगरवासियों ने नाजायज तंग करने का आरोप जड़ा है। उन्होंने ब्रिज के प्रोजेक्ट की ड्रांइग, फिजिब्लिटी रिपोर्ट और पैमाइश पर सवाल उठाए है। विक्रम सहित क्षेत्रवासियों ने आरोप लगाते हुए कहा कि अफसरों ने कभी नियमानुसार प्रोजेक्ट के तहत जमीन की पैमाइश ही नहीं की। बंद कमरे में बैठकर डाटा तैयार किया गया है। उधर प्रोजक्ट के लिए जमीन एक्वायर होने के बाद उनमें प्लाटों की साल 2019 में रजिस्ट्री होने के मामले की डिप्टी स्पीकर ने जांच करवाने की बात कहीं है।
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ये है मामला :
हिसार-लुधियाना और हिसार-भिवानी रेलवे लाइन पर डबल आरयूबी (रेलवे अंडर ब्रिज) और आरओबी (रेलवे ओवर ब्रिज) बनना है। ठेका कंपनी के अनुसार प्रोजेक्ट पर करीब 35 फीसद काम हो चुका है। इसी प्रोजेक्ट के तहत सोमवार को एचएसवीपी की टीम ने कई भवन व प्लाट मालिकों की जमीन प्रोजेक्ट में आने की बात कहते हुए तीन प्लाटों की चार दीवारी तोड़ने की कार्रवाई की। इसके बाद लोगों एकजुट हुए और विरोध प्रदर्शन किया तो टीम कार्रवाई को बीच में छोड़कर लौट गई।
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सूर्य नगर वासी ने जड़े आरोप : रजिस्ट्री में किया फर्जीवाड़ा
जिस जमीन को साल 2018 में ब्रिज प्रोजेक्ट के अंतर्गत एक्वायर किया जा चुका है। उस जमीन के हिस्से की साल 2019 में रजिस्ट्री हो गई। रजिस्ट्री देखाते हुए विक्रम कुंडू ने कहा कि जब जमीन पहले ही एक्वायर थी तो ये रजिस्ट्री कैसे बनी। ऐसे में सोमवार को एक पत्रकारवार्ता में डिप्टी स्पीकर ने मामले में संज्ञान ले लिया है।
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साल 2018 में प्रोजेक्ट के तहत जमीन एक्वायर हुई और साल 2019 में वहां पर रजिस्ट्री होने की बात कही जा रह है। ऐसे में इस मामले की जांच करवा लेते है कि रजिस्ट्री कैसे हुई।
- रणबीर गंगवा, डिप्टी स्पीकर, हिसार।