देश की शीर्ष अदालत में भाटला मामले की जांच तेज, एक सप्ताह में सुनवाई की तीसरी तारीख
संवाद सहयोगी हांसी भाटला गांव के सामाजिक बहिष्कार के मामले में देश की सर्वोच्च अदालत की
संवाद सहयोगी, हांसी : भाटला गांव के सामाजिक बहिष्कार के मामले में देश की सर्वोच्च अदालत की तीन जजों की बेंच ने लगातार दूसरे दिन मामले में सुनवाई की। सुप्रीम कोर्ट ने मामले को बेहद गंभीर मानते हुए मामले की जांच से जुड़े सीनियर पुलिस अधिकारियों को कोर्ट में मामले से जुड़े तमाम दस्तावेजों सहित तलब किया है। सुप्रीम कोर्ट ने हरियाणा सरकार से भी मामले में स्टेट्स रिपोर्ट मांगी है व सुनवाई के लिए आगामी शुक्रवार का दिन मुकर्रर किया है।
याचिकाकर्ताओं के अधिवक्ता रजत कलसन ने बताया कि सुनवाई के दौरान हरियाणा सरकार के वकील सुप्रीम कोर्ट में पेश हुए तथा जस्टिस एन वी रमन, सुभाष रेड्डी, वी आर गवई की बेंच ने हरियाणा सरकार के वकील को कहा कि सामाजिक बहिष्कार बेहद गंभीर मामला है तथा राज्य सरकार इस मामले में शुक्रवार को शपथ पत्र व स्टेटस रिपोर्ट अदालत के समक्ष पेश करें। बेंच ने सरकारी वकील को हिदायत दी कि सामाजिक बहिष्कार के मामले में दर्ज मुकदमों की जांच जिम्मेदार व सीनियर अधिकारियों से कराई जाए तथा हवलदार या सिपाही रैंक के अधिकारी इस मामले में जांच ना करें। याचिकाकर्ता जयभगवान सोढ़ी, अजय भाटला, विकास, सुनील, राजेश तरफ से पेश हो रहे सीनियर अधिवक्ता कॉलिन गोंजाल्विस व पीड़ितों के विभिन्न मामलों में पैरवी कर रहे वकील रजत कलसन ने अदालत से आग्रह किया कि वे भी इस मामले में स्टेटस रिपोर्ट पेश करना चाहते हैं जिस पर अदालत ने उन्हें वीरवार को उनकी तरफ से स्टेटस रिपोर्ट पेश करने के निर्देश दिए हैं। सुप्रीम कोर्ट द्वारा इस मामले में एक हफ्ते के अंदर तीसरी तारीख दी गई है। इससे जाहिर है कि देश की शीर्ष कोर्ट बेहद गंभीरता से इस मामले में सुनवाई कर रही है।