हरियाणा में एसटीएफ के रडार पर 318 मोस्ट वांटेड, जानें किस जिले के कितने हैं बदमाश
318 मोस्ट वांटेड बदमाश एसटीएफ (स्पेशल टॉस्क फोर्स) के रडार पर है। फिलहाल एसटीएफ की पांचों यूनिट को 15-15 मोस्ट वांटेड बदमाश का टारगेट दिया गया है। इन पर शिकंजा कसने के लिए तीन माह का समय निर्धारित किया गया है।
रोहतक [विनीत तोमर] हरियाणा प्रदेश में लंबे समय से फरार चल रहे करीब 318 मोस्ट वांटेड बदमाश पुलिस के लिए चुनौती बने हुए हैं। कोई मोस्ट वांटेड भूमिगत है तो कोई एक के बाद एक वारदात का अंजाम देकर पुलिस के पसीने छुड़ा रहा है। ऐसे मोस्ट वांटेड बदमाश एसटीएफ (स्पेशल टॉस्क फोर्स) के रडार पर है। फिलहाल एसटीएफ की पांचों यूनिट को 15-15 मोस्ट वांटेड बदमाश का टारगेट दिया गया है।
इन पर शिकंजा कसने के लिए तीन माह का समय निर्धारित किया गया है। तीन माह बाद एसटीएफ के नवनियुक्त एसपी नरेंद्र कादियान सभी यूनिट का रिव्यू करेंगे, जिसमें देखा जाएगा कि किस यूनिट ने कितने मोस्ट वांटेड बदमाश पकड़े हैं और इसमें कितने बड़े इनामी बदमाश है और कितने छोटे इनामी शामिल है। दरअसल, प्रदेश में एसटीएफ का मुख्यालय गुरुग्राम के भोंडसी में है, जबकि रोहतक, हिसार, गुरुग्राम, सोनीपत और अंबाला में अलग-अलग पांच यूनिट बनाई गई है।
सोनीपत में सबसे अधिक मोस्ट वांटेड और जींद में सबसे कम
मोस्ट वांटेड की सूची में सोनीपत जिला सबसे पहले पायदान है, जहां पर फिलहाल 39 मोस्ट वांटेड बदमाश पुलिस के लिए सिरदर्द बने हुए हैं। दूसरे स्थान पर महेंद्रगढ़ जिला आता है, जहां 29 मोस्ट वांटेड और इसी क्रम में 26 मोस्ट वांटेड की सूची के साथ कुरुक्षेत्र तीसरे स्थान पर है। जींद एक ऐसा जिला है जहां मात्र दो मोस्ट वांटेड बदमाश है। हालांकि फतेहाबाद में तीन और हिसार व सिरसा में भी मोस्ट वांटेड बदमाश पुलिस के शिकंजे से बाहर चल रहे हैं।
हर जिले में इतने मोस्ट वांटेड
सोनीपत : 39
महेंद्रगढ़ : 29
कुरुक्षेत्र : 26
पंचकूला : 20
अंबाला : 20
रेवाड़ी : 19
फरीदाबाद : 18
रोहतक : 17
दादरी : 16
करनाल : 16
यमुनानगर : 14
झज्जर : 13
कैथल : 12
हांसी - 11
भिवानी : 8
पलवल : 8
पानीपत : 7
गुरुग्राम : 7
मेवात : 5
हिसार : 4
सिरसा : 4
फतेहाबाद : 3
जींद : 2
नोट : मोस्ट वांटेड बदमाशों के यह आंकड़े एसटीएफ ने उपलब्ध कराए हैं।
----मोस्ट वांटेड बदमाशों को लेकर एसटीएफ लगातार काम कर रही है। फिलहाल में जो बदमाश फरार चल रहे हैं उन पर शिकंजा कसने के लिए सभी पांचों यूनिट को 15-15 बदमाशों का टारगेट दिया गया है, जिसका तीन माह बाद रिव्यू किया जाएगा। प्रयास किया जा रहा है कि अगले कुछ माह के अंदर अधिक से अधिक मोस्ट बदमाशों को सलाखों के पीछे पहुंचाया जाए। इसके लिए सभी को दिशा-निर्देश भी दिए गए हैं।
- नरेंद्र कादियान, एसपी एसटीएफ