खेल नर्सरी कोचों को एक साल से मानदेय का इंतजार, खिलाड़ियों को दे रहे हैं ऑनलाइन प्रशिक्षण
खेल कोचों को एक साल से अधिक समय बीत जाने के बाद भी मानदेय नहीं मिला है। खेल कोच खेल मंत्री संदीप सिंह को भी अवगत करवा चुके हैं। कोरोना काल के दौरान 22 मार्च 2020 से खेल नर्सरियों को बंद कर दिया गया। अब ऑनलाइन जारी है
सिरसा, जेएनएन। खेल नर्सरी में तैनात किए गये खेल कोचों को एक साल से अधिक समय बीत जाने के बाद भी मानदेय नहीं मिला है। खेल कोचों ने मानदेय नहीं मिलने पर खेल मंत्री संदीप सिंह को भी अवगत करवा चुके हैं। कोरोना काल के दौरान 22 मार्च 2020 से खेल नर्सरियों को बंद कर दिया गया। इसके खेल कोचों ने खिलाड़ियों को ऑनलाइन ही प्रशिक्षण देने का कार्य किया। मगर अभी तक खेल कोचों को मानदेय नहीं मिला है। गौरतलब है कि खेल विभाग द्वारा खेल नीति के तहत खेल नर्सरी खोलने की योजना बनाई गई। खेल विभाग द्वारा प्रदेश में हर जिले में 10 लड़कियों और 10 लड़कों की खेल नर्सरी खोली जानी थी। सिरसा जिले में वर्ष 2018 में 14 विभिन्न खेलों की खेल नर्सरी शुरू हुई। विभाग द्वारा खोली गई एक खेल नर्सरी में 25-25 खिलाड़ी को रखा गया।
अभी तक नहीं मिला मानदेय
खेल नर्सरी में खेल कोचों ने ऑनलाइन प्रशिक्षण देने का कार्य किया। खिलाड़ियों को प्रशिक्षण देने वाले खेल कोच को प्रति माह 20 से 25 हजार रुपये वेतन दिया जाते हैं। मानदेय नहीं मिलने पर कई बार खेल कोच मुख्यमंत्री को पत्र लिख चुके हैं। इसी के साथ खेल मंत्री को अवगत करवा चुके हैं। खेल कोच मंगत कड़वासरा, प्रकाश चंद्र सुथार, धर्मपाल व कुलदीप ने बताया कि खिलाड़ियों को लगातार प्रशिक्षण दिया जा रहा है। कोरोना काल से खेल नर्सरी बंद पड़ी हुई है। प्रशिक्षण देने की सीडी भी समय समय पर विभाग को जमा करवाते रहे हैं। मगर अभी तक खेल कोचों को मानदेय नहीं दिया गया है। जिला खेल अधिकारी लाजवंती ने कहा कि सिरसा में अभी कार्यभार संभाला है। खेल कोचों को मानदेय के लिए उच्च अधिकारियों को लिखा जाएगा।
खिलाड़ियों को ये मिलती है छात्रवृत्ति
खेल नर्सरी के 8 से 14 साल के खिलाड़ियों को 1500, 15 से 19 साल के खिलाड़ियों को दो हजार रुपये डाइट के लिए छात्रवृत्ति मिलती है। इसी के साथ खिलाड़ियों को डाइट के लिए राशि दी जाती है। खेल नर्सरी में खिलाड़ियों को भी अभी तक छात्रवृत्ति नहीं मिली