Sports News: ओलिंपिक पदक विजेता लवलीना के साथ अरुंधति का होगा ट्रायल, दिल्ली हाईकोर्ट में बीएफआइ ने रखा पक्ष
राष्ट्रीय बाक्सिंग अकादमी रोहतक में पिछले दो सालों से अरुधंति बाक्सिंग की बारीकियां सिख रही थी इस वर्ष भी महिला बाक्सिंग का राष्ट्रीय कैंप रोहतक लगने की संभावना है। भारतीय बाक्सिंग संघ को लिखे गए पत्र के अनुसार अरुधंति का कहना है कि
ओपी वशिष्ठ, रोहतक। नेशनल चैंपियन अरुंधति चौधरी को आखिरकार वर्ल्ड महिला बाक्सिंग चैंपियनशिप के लिए ओलिंपिक पदक विजेता लवलीना के साथ ट्रायल का मौका मिल गया है। दिल्ली हाईकोर्ट में अपना पक्ष रखते हुए भारतीय बाक्सिंग संघ (बीएफआइ) ने ट्रायल करवाने की बात कही है। अब ट्रायल में जिसकी जीत होगी, उसी का भारतीय टीम में चयन होगा। ट्रायल में किसी तरह का पक्षपात या भेदभाव न हो, इसके लिए यूट्यूब पर ट्रायल को लाइव रखने की मांग भी रखी गई है। जिसका निर्णय कोर्ट में अगली तारीख पर हो पाएगा।
70 किलोग्राम में टोक्यो ओलिंपिक पदक विजेता लवलीना को सीधे भेजना चाहती थी बीएफआइ
रोहतक स्थित राष्ट्रीय बाक्सिंग अकेडमी की बाक्सर अरुंधति चौधरी ने 70 किलोग्राम भार वर्ग में नेशनल में गोल्ड मेडल हासिल किया था। अरुंधति मूल रूप से राजस्थान के कोटा की निवासी हैं और नेशनल में अपने राज्य का प्रतिनिधित्व किया था। लेकिन नेशनल में गोल्ड मेडल जीतने के बावजूद बीएफआइ 70 किलोग्राम में टोक्यो ओलिंपिक में पदक विजेता असम की लवलीना को तर्की की राजधानी इंस्ताबुल में विश्व महिला बाक्सिंग चैंपियनशिप में भेजना चाहता था। बीएफआइ के नियमों के मुताबिक नेशनल में गोल्ड मेडल जीतने वाले बाक्सर को भेजा जाना है। लेकिन अरुंधति की जगह लवलीना को भेजने की तैयारी कर दी। अरुंधति ने पहले बीएफआइ, खेल मंत्रालय और प्रधानमंत्री को पत्र भेजकर लवलीना के साथ ट्रायल की मांग की। लेकिन सभी ने इसे खारिज कर दिया। आखिर में अरुंधति ने दिल्ली हाईकोर्ट में इसे चुनौती दी। हाईकोर्ट ने बीएफआइ को पक्ष रखने को कहा गया। मंगलवार को इस मामले में सुनवाई थी, जिसमें बीएफआइ ने 70 किग्रा में भी लवलीना और अरुंधति के बीच ट्रायल करवाने की बात रखी। इससे अरुंधति को बड़ी राहत मिली है।
ट्रायल को लाइव करवाने की मांग
अरुंधति के अधिवक्ता संदीप लांबा ने हाईकोर्ट में अपना पक्ष रखते हुए कहा कि बीएफआइ नियमों के विरूद्ध लवलीना को विश्व महिला बाक्सिंग चैंपियनशिप में भेजना चाहती थी। हालांकि अब ट्रायल करवाने पर सहमत है। लेकिन उनकी क्लाइंट के साथ ट्रायल के दौरान भेदभाव किया जा सकता है। इसलिए ट्रायल का लाइव प्रसारण होना चाहिए ताकि किसी प्रकार की गड़बड़ी या भेदभाव न हो सके। हाईकोर्ट ने बीएफआइ को ट्रायल की प्रक्रिया के बारे में स्थिति स्पष्ट करने के लिए जनवरी में अगली तारीक्ष निर्धारित की है।
टल गई विश्व महिला बाक्सिंग चैंपियनशिप
अरुंधति चौधरी ने बताया कि इंस्ताबुल में होने वाली विश्व महिला बाक्सिंग चैंपियनशिप टल गई है। मई 2022 में इसके आयोजन की संभावना है। रोहतक स्थित राष्ट्रीय बाक्सिंग अकेडमी में वह इस चैंपियनशिप के लिए तैयारी कर रही हैं। लवलीना के साथ ट्रायल करने के लिए पूरी तैयार हैं। यहां बता दें कि अरुंधति चौधरी एशिया की बेस्ट बाक्सर का खिताब भी जीत चुकी है। तीन अंतरराष्ट्रीय गोल्ड मेडल उसके नाम है और हाल ही में राष्ट्रीय और यूथ वर्ल्ड बाक्सिंग महिला चैंपियनशिप में भी गोल्ड जीत चुकी है। राष्ट्रीय बाक्सिंग चैंपियनशिप में राजस्थान से एक ही बाक्सर को पदक मिला है, जो अरुंधति के नाम पर है।
अरुंधति ने यह बनाया था यह आधार
राष्ट्रीय बाक्सिंग अकादमी रोहतक में पिछले दो सालों से अरुधंति बाक्सिंग की बारीकियां सिख रही थी, इस वर्ष भी महिला बाक्सिंग का राष्ट्रीय कैंप रोहतक लगने की संभावना है। भारतीय बाक्सिंग संघ को लिखे गए पत्र के अनुसार अरुधंति का कहना है कि ओलिंपिक के बाद लवलीना के सम्मान में अनेकों कार्यक्रम आयोजित किये जा रहे हैं, जिसकी वजह से वो ट्रेनिंग नहीं कर पाई, ऐसी परिस्थितियों में अगर वो वर्ल्ड चैंपियनशिप खेलने जाएंगी तो पहले ही दौर में बाहर हो सकती है। इतना ही नहीं उसके चोटिल होने का भी खतरा है। इसलिए भारत मे ही उनकी ट्रायल हो जाए तो जो अच्छा खेलेगा वो खिलाड़ी देश का प्रतिनिधित्व करें।
सुप्रीम कोर्ट के अधिवक्ता संदीप लांबा के अनुसार
नेशनल चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल जीतने वाले 11 बाक्सरों को विश्व चैंपियनशिप में भेजा जा रहा है। लेकिन 70 किलोग्राम में अरुंधति को नहीं भेजा जा रहा है। यह संविधान की धाराओं का उल्लंघन है। अरुंधति की तरफ से दिल्ली हाईकोर्ट में चुनौती दी थी। जिसमें भारतीय बाक्सिंग संघ को भी पार्टी बनाया गया है। मंगलवार को बीएफआइ ने ट्रायल करवाने की बात कही है। लेकिन उन्होंने ट्रायल को लाइव करने की मांग की है ताकि भेदभाव की गुंजाइश न रहे।